कनाडा में खालिस्तान समर्थकों ने एक बार फिर टोरंटो स्थित भारतीय दूतावास के बाहर विरोध कर तिरंगे का अपमान किया है। उन्होंने न केवल भारतीय तिरंगे का अपमान कर उसको आग लगाई, बल्कि 23 अप्रैल को ब्रैम्प्टन में हनुमान जी की 55 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित करने का भी विरोध किया।
प्रदर्शन रोकने के लिए कनाडाई पुलिस ने कोई कदम नहीं उठाया। वहीं, खालिस्तानियों के प्रदर्शन से भारतीय मूल के राष्ट्रवादी हिंदू व सिख समुदाय में रोष है। प्रदर्शन के दौरान भारतीय तिरंगे का अपमान कर उसे आग लगा दी गई। खालिस्तान समर्थक लगातार भारतीय राजनयिक संजय कुमार वर्मा को गिरफ्तार करने की मांग कर रहे हैं।
ब्रैम्प्टन में भारतीय मूल के जोगिंदर सिंह का कहना है कि किसी को भी किसी धर्म में हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है। हिंदू धर्म को अपने मंदिरों में भगवान हनुमान जी की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करने का पूर्ण अधिकार है। इसमें खलल डालना या सवाल उठाना ही गलत है। तिरंगे का अपमान करने वाले खालिस्तान समर्थकों को समझना चाहिए कि ऐसी घटनाओं से हिंदू-सिख भाईचारे में दरार पैदा हो रही है।
कनाडा से पूर्व सांसद रमेश संघा का कहना कि प्रदर्शनकारी न केवल माहौल खराब कर रहे हैं, बल्कि हिंदू-सिख धर्म के बीच दीवार बना रहे हैं, जबकि दोनों धर्मों के बीच काफी गहरा आध्यात्मिक रिश्ता है।