उत्तरकाशी के सिल्क्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों को बाहर निकालने के लिए लगातार प्रयास जारी है। कल मशीन में तकनीकी खराबी आने के कारण कार्य रोकना पड़ा था जिसकी वजह से अभी तक करीब 46 मीटर ही ड्रील किया जा सका है। बचाव कर्मी लगातार मजदूरों से समर्क हैं। उन्हें खाद्य पदार्थ भेजा जा रहा है। आशा की जा रही है कि सभी मजदूर सही सलामत बाहर आ जाएंगे। घटना पर सीएम धामी से लेकर पीएम मोदी तक नजर बनाए हुए हैं।
रातभर जारी रहा रेस्क्यू
सभी मजदूरों को सही सलामत बाहर निकालने के लिए कल रातभर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया। हालांकि ऑगर मशीन में तकनीकी खराबी के चलते 46.8 मीटर ही ड्रिलिंग हो पाई है।
मजदूरों के सामने शारीरिक और मानसिक चुनौती
टनल में फंसे सभी मजदूरों को शारीरिक और मानसिक चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। चिकित्सकों के अनुसार ऐसी स्थिति में मानसिक और शारीरिक और मानसिक चुनौतियों के अलावा लंबे समय तक भोजन व पानी न मिलने से इलेक्ट्रोलाइट असंतुलित हो जाता है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है।
अलर्ट पर अस्पताल
टनल से निकालने के बाद मजदूरों को सीधा अस्पताल ले जाया जाएगा, जहां विशेषज्ञ डॉक्टर उनकी जांच पड़ताल करेंगे। सिल्क्यारा, चिन्यालीसौड़ और उत्तरकाशी में तैयार सभी बेडों पर ऑक्सीजन व जीवन रक्षक दवाओं की व्यवस्था कर कर दी गई है। अस्पतालों में सभी डॉक्टर्स को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है।
रातभर रुके रहे धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रातभर घटनास्थल पर रुके रहे। कार्यों का अपडेट लेते रहे। जल्द से जल्द सभी मजदूरों को बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए।