मध्य प्रदेश की शिवराज सिंह चौहान नीत सरकार अपनी मौजूदा ‘मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना’ के तहत प्रदेश के कुछ वरिष्ठ नागरिकों को नि:शुल्क विमान से तीर्थयात्रा पर लेकर जाएगी। भाजपा शासित मध्य प्रदेश में यह कवायद विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले 21 मई से शुरू होगी। मध्य प्रदेश में 230 सदस्यीय विधानसभा के चुनाव इस साल के अंत तक होने हैं।
अभी तक योजना के लाभार्थियों को ट्रेनों से विभिन्न धार्मिक स्थलों पर ले जाया जाता है, लेकिन अब इसमें हवाई यात्रा को भी जोड़ा जाएगा। हालांकि, विपक्षी कांग्रेस ने इस पर तंज कसते हुए कहा कि इसमें कुछ भी नया नहीं है, बल्कि यह चुनाव से पहले भाजपा सरकार की राजनीतिक नौटंकी है।
अपर मुख्य सचिव (एसीएस) गृह डॉ. राजेश राजोरा ने शुक्रवार को कहा, ”हवाई मार्ग से तीर्थयात्रा भी अब जून, 2012 में शुरू हुई ‘मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना’ का ही हिस्सा होगी।”
राजोरा ने कहा कि इस योजना के तहत नए कार्यक्रम के अनुसार, 25 जिलों (राज्य में कुल 52 में से) के पात्र लाभार्थियों को 21 मई से 19 जुलाई के बीच हवाई जहाज से विभिन्न गंतव्यों की तीर्थ यात्रा पर ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि लाभार्थी उन्हें आवंटित विभिन्न गंतव्यों के लिए प्रयागराज, शिरडी, मथुरा-वृंदावन और गंगासागर की तीर्थ यात्रा करने में सक्षम होंगे। उन्होंने कहा कि उन्हें नियमित सेवा उड़ानों से इन धार्मिक स्थलों पर ले जाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह योजना भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) की मदद से लागू की जाएगी। प्रत्येक जिले के लिए कुल 33 सीटें आरक्षित होंगी। इनमें से 32 सीटें लाभार्थियों की होंगी और प्रत्येक उड़ान में एक सीट एस्कॉर्ट ऑफिसर के लिए होगी।
राजोरा ने कहा कि आईआरसीटीसी द्वारा नामित एक टूर मैनेजर भी योजना के लाभार्थियों के साथ जाएगा। शिवराज सिंह चौहान सरकार की इस फ्लैगशिप योजना के तहत अभी तक हितग्राहियों को ट्रेनों से तीर्थ यात्रा पर ले जाया जाता था।