सनातन धर्म में ज्योतिष शास्त्र का विशेष महत्व है। ज्योतिष कुंडली देखकर भूत, वर्तमान और भविष्य की गणना करते हैं। इससे विवाह की भी गणना की जाती है। ज्योतिषियों की मानें तो कुंडली में गुरु और शुक्र विवाह के कारक माने जाते हैं। गुरु लड़कियों की शादी के कारक होते हैं, तो शुक्र लड़कों की शादी के कारक होते हैं। जिन लड़कियों की कुंडली में गुरु मजबूत रहता है। उनकी शादी शीघ्र हो जाती है। वहीं, कमजोर रहने पर शादी में बाधा आती है। इसके अलावा, कई दोषों की वजह से भी शादी में बाधा आती है। इसके लिए कुंडली विश्लेषण जरूरी है। अगर आपकी शादी में भी बाधा आ रही है, तो गुरुवार के दिन ये उपाय जरूर करें। आइए जानते हैं
-गुरु लड़कियों की शादी के कारक होते हैं। गुरुवार के दिन देवगुरु बृहस्पति की पूजा-उपासना की जाती है। पीला रंग भगवान श्रीहरि विष्णु को अति प्रिय है। इसके लिए गुरुवार के दिन पीले वस्त्र धारण करें।
-ज्योतिषियों की मानें तो गुरुवार के दिन ब्राह्मण और जरूरतमंदों को पीले रंग के कपड़े और पीले रंग के फल दान करें। इससे गुरु मजबूत होता है। इसके लिए गुरुवार के दिन ये उपाय जरूर करें।
-देवगुरु बृहस्पति की कृपा पाने के लिए गुरुवार का व्रत जरूर करें। इस व्रत को करने से गुरु मजबूत होता है। साथ ही भगवान श्रीहरि भी प्रसन्न होते हैं। इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।
-अगर आपकी कुंडली में गुरु कमजोर है, तो गुरुवार के दिन केले के पौधे में हल्दी मिला जल का अर्घ्य दें। इससे गुरु मजबूत होता है। केले के पौधे में जल का अर्घ्य देने तक मौन व्रत धारण करें।
-ज्योतिषियों का कहना है कि गुरुवार के दिन हल्दी मिले पानी से स्नान करना लाभप्रद होता है। इस उपाय को करने से गुरु मजबूत होता है। इससे विवाह में आ रही सभी बाधा दूर हो जाती है।
-गुरुवार के दिन धन की देवी मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा उपासना करें। साथ ही उनके निमित्त व्रत उपवास करें। व्रत उपवास कम से कम 11 गुरुवार को करें। इस उपाय को करने से जातक पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा अवश्य बरसती है। इससे शीघ्र विवाह के योग बनते हैं।