अदाणी-हिंडनबर्ग विवाद पर सुप्रीम कोर्ट ने एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया है। सेवानिवृत्त न्यायाधीश न्यायमूर्ति एएम सप्रे इस समिति के अध्यक्ष होंगे। सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को पूरे मामले की जांच करने को कहा है। कोर्ट हिंडनबर्ग रिपोर्ट से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था।
अदाणी समूह पर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट को लेकर सुप्रीम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हुए गौतम अदाणी ने कहा है कि धीरे-धीरे सभी चीजों से पर्दा उठ जाएगा। जीत सत्य की ही होगी।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने विशेषज्ञ समिति का गठन किया है और सेबी को इस बात की जांच करने का निर्देश दिया है कि क्या सेबी के नियमों का उल्लंघन और स्टॉक की कीमतों में हेरफेर किया गया था।
सुप्रीम कोर्ट से अदाणी को बड़ी राहत
की कंपनियों पर हिंडनबर्ग रिसर्च रिपोर्ट से उपजे मुद्दे पर आज सुप्रीम कोर्ट ने एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया। समिति में छह सदस्य शामिल होंगे, जिसकी अध्यक्षता शीर्ष अदालत के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एएम सप्रे करेंगे। इसके अलावा, सुप्रीम कोर्ट ने सेबी को जांच करने का निर्देश दिया है कि क्या सेबी नियमों की धारा 19 का उल्लंघन हुआ है, क्या स्टॉक की कीमतों में कोई हेरफेर हुआ है।
निवेशकों के हितों की रक्षा जरूरी
शीर्ष अदालत हिंडनबर्ग रिपोर्ट से संबंधित याचिकाओं पर सुनवाई कर रही थी। अदालत ने कहा कि किसी भी स्थिति में निवेशकों के हितों की रक्षा की जानी चाहिए। शीर्ष अदालत ने 17 फरवरी को अपने आदेश को सुरक्षित रखते हुए अडानी-हिंडनबर्ग मामले की पृष्ठभूमि में निवेशकों की सुरक्षा के लिए नियामक तंत्र से संबंधित समिति के सदस्यों के नाम मांगे थे। केंद्र द्वारा सीलबंद लिफाफे में दिए जाने वाले सुझाव को मानने से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया और कहा कि वह चाहती है कि इस मामले में पूरी पारदर्शिता रखी जाए।
लगातार गिरे अदाणी समूह के शेयर
पिछले एक महीने में अदाणी समूह की कंपनियों के शेयर की कीमतों में काफी गिरावट आई है। 24 जनवरी की हिंडनबर्ग रिपोर्ट में समूह द्वारा स्टॉक में हेरफेर और धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया। अदाणी समूह ने पलटवार करते हुए कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट झूठ के अलावा कुछ नहीं थी।