निगम चुनाव के लिए अभी तीनों बड़े दलों (आप, भाजपा, कांग्रेस) ने प्रत्याशियों को लेकर पत्ते नहीं खोले हैं, लेकिन उम्मीदवारी के लिए हजारों नाम मिल चुके हैं। यही कारण है कि पार्टियों को प्रत्याशी तय करने में खासी दिक्कतें आ रही हैं। भाजपा को अभी तक जहां 15 हजार नाम मिलने की बात कही जा रही है, वहीं आप के पास छह हजार नाम पहुंच चुके हैं। सूत्रों की मानें तो तीनों दल गुरुवार के बाद ही अपने उम्मीदवारों की सूची जारी करेंगे, जिससे नाम कटने से नाराज होने वाले दावेदारों की बगावत से बचा जा सके। कहा जा रहा है कि तीन स्तर पर प्रत्याशियों की तलाश चल रही है। 11 के बाद प्रत्याशियों की सूची आ सकती है। एक वार्ड से तीन संभावित दावेदारों के नाम भेजे जा सकते हैं। कांग्रेस में तो इसके लए स्क्रीनिंग कमेटी रणनीति बनाएगी।
भाजपा की रणनीति
बीते 15 साल एमसीडी में काबिज रहने के बाद चौथी बार वापसी के लिए पार्टी उम्मीदवार चयन के लिए अलग-अलग कई स्तर पर काम कर रही है। पार्टी अब अलग-अलग स्तर पर चर्चा, सर्वे के बाद ही हर वार्ड से दो से तीन संभावित उम्मीदवारों का चयन करके उसे शीर्ष नेतृत्व को भेजेगी। निगम चुनाव को लेकर पार्टी संगठन से लेकर प्रतिनिधियों व पर्यवेक्षकों के अलावा अपना अलग सर्वे करा रहा है। पार्टी के अनुसार, अभी तक निगम चुनाव में टिकट के लिए 15 हजार आवेदन और बायो डाटा मिल चुके हैं। पार्टी उम्मीदवारों के चयन के लिए अलग-अलग स्तर पर आवेदन ले रही है। पहला पार्टी ने प्रदेश कार्यालय में टिकट दावेदारों के लिए बॉक्स लगाए हैं। इससे इतर संगठनों से संभावित उम्मीदवारों की सूची के लिए पार्टी पर्यवेक्षकों जिसमें केंद्रीय के अलावा दिल्ली ईकाई के दो सदस्य हैं, उन्होंने सभी जिलों में दो दिनों तक दौरा करके अच्छी साख व मजबूत दावेदारों के नाम जुटाए हैं। इसके अलावा भाजपा के पूर्व व वर्तमान विधायकों, मंडल अध्यक्ष व महासचिवों ने भी तीन-तीन संभावित दावेदारों के नाम सुझाए हैं।
सांसदों के सुझाव को तवज्जो भाजपा के वरिष्ठ नेताओं और सूत्रों की मानें तो पार्टी सांसदों के सुझावों को भी तवज्जो देगी। संगठन या पर्यवक्षेकों की ओर से जो नाम सामने आएंगे उसपर स्थानीय सांसदों के साथ भी चर्चा होगी। पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि जमीनी स्तर पर भी सर्वेक्षण किया जा रहा है जिससे प्रतिष्ठित व जिताऊ उम्मीदवार को मैदान में उतारा जा सके। सूत्रों की मानें तो नामांकन के अंतिम चरण में शुक्रवार रात तक उम्मीदवारों की सूची जारी हो सकती है।
AAP की योजना
निगम चुनाव को लेकर आप ने इस बार टिकट बंटवारे के लिए अलग रणनीति बनाई है। कार्यकर्ताओं, संगठन की तरफ से संभावित उम्मीदवारों की सूची के साथ एक निजी एजेंसी के जरिए भी दावेदारों के नामों को टटोला जा रहा है। आप में निगम चुनाव के लिए टिकट पाने के लिए 250 वार्ड के लिए अब तक कुल छह हजार लोगों ने आवेदन किया है। आप के एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि हम चुनाव में साफ छवि वाले उम्मीदवारों को ही मैदान में उतारेंगे। अगर किसी के खिलाफ कोई शिकायत होगी तो उसकी भी जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि हम सर्वे भी करा रहे हैं। इसके अलावा संगठन, विधायक और लोगों की भी राय ली जा रही है। जल्द ही दावेदारों के नाम पर चर्चा होगी। उसके बाद सूची जारी कर दी जाएगी। मौजूदा पार्षदों को टिकट देने पर उन्होंने कहा कि सर्वे करा रहे हैं। उसके आधार पर टिकट का फैसला होगा।
संभावित सूची पर होगी चर्चा
सूत्रों की मानें तो पार्टी ने संभावित उम्मीदवारों की एक सूची तैयार की है। उन नामों पर अगले एक दो दिनों में पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के साथ बैठक होगी। केजरीवाल 9 नवंबर को दिल्ली आ रहे हैं।
कांग्रेस ने बनाई स्क्रीनिंग कमेटी
दिल्ली नगर निगम चुनावों को लेकर कांग्रेस पार्टी में हलचल तेज हो गई है। चुनावों की रणनीति तैयार करने और पूरे अभियान की निगरानी के लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है। दिल्ली कांग्रेस के नव नियुक्त प्रभारी अजय कुमार ने मंगलवार को दिल्ली कांग्रेस कार्यालय पहुंचकर नेताओं और कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। निगम चुनावों की घोषणा के साथ ही दिल्ली कांग्रेस कार्यालय पर नेताओं और कार्यकर्ताओं की खासी भीड़ जुटने लगी है। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि पार्टी ने पार्षद चुनाव लड़ने की इच्छा रखने वाले नेताओं से आवेदन मांगे थे। इसके लिए सोमवार तक की समय सीमा रखी गई थी। समय सीमा बीतने के बाद कांग्रेस को लगभग तेरह सौ आवेदन मिले हैं। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता इसमें से योग्य उम्मीदवार का चुनाव करेंगे। वहीं, केन्द्रीय नेतृत्व ने तीन सदस्यीय स्क्रीनिंग समिति का गठन किया है।