पलामू के सिविल सर्जन डॉ जॉन एफ कैनेडी को एसीबी ने शुक्रवार को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। डॉ कैनेडी के खिलाफ औरंगाबाद निवासी सह रशियन हेल्थ केयर प्रा. लि. के गोल्डन कुमार ने बकाया 1.47 लाख भुगतान के एवज में एक लाख रिश्वत मांगने की शिकायत की थी। सिविल सर्जन को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
एसीबी डीएसपी ने बताया कि ब्यूरो ने सिविल सर्जन को उनके निजी आवास में रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोचा है। गोल्डन ने शिकायत की थी कि लंबित भुगतान करवाने के एवज में डॉ जॉन एफ कैनेडी ने उनसे एक लाख रिश्वत मांगी थी। उसके संस्थान ने एमओयू के तहत परिवार नियोजन के कार्य किए थे, जिससे संबंधित राशि का भुगतान लंबित था।
इसे लेने के लिए उसने एनएचएम के डीपीएम से संपर्क किया तब उन्होंने बताया कि भुगतान तभी होगा, जब सिविल सर्जन को एक लाख रुपए दिए जाएंगे। 16 सितंबर को गोल्डन ने सिविल सर्जन से मुलाकात की थी तब उन्होंने भी पैसे मांगे और संस्थान को दो साल का सेवा विस्तार दिया जाएगा। आवेदन के आधार पर मामले का सत्यापन किया गया। उसके बाद जाल बिछाकर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
सिविल सर्जन डॉ. जॉन एफ कैनेडी ने कहा, ‘मेरे क्लीनिक में 50 हजार रुपए एक डब्बे में रख दिए गए थे। रुपए देखने के बाद मैं स्टाफ से पूछताछ कर रहा था तभी मुझे पकड़ लिया गया।’