नई दिल्ली, Russia का यूक्रेन पर हमला दुनिया को काफी परेशान करने वाला है। इससे तेल, सीमेंट और दूसरे कई सामान महंगे हो जाएंगे। इस बीच, रियल्टर्स बॉडी क्रेडाई ने कहा है कि रूस और यूक्रेन के बीच संघर्ष के बीच सीमेंट जैसे कच्चे माल की कीमतों में संभावित वृद्धि के कारण आने वाले महीनों में मकानों की कीमतें बढ़ सकती हैं। क्रेडाई के अध्यक्ष हर्षवर्धन पटोदिया ने एक बयान में कहा कि ग्लोबली दबाव बढ़ने से तेल की कीमतें बढ़ी हैं और शेयर बाजार वैश्विक स्तर पर टूटे हैं।

पिछले कुछ महीनों में तेल की कीमतों में हुई है जबर्दस्त बढ़ोतरी
उन्होंने कहा कि रूस-यूक्रेन संकट के बीच वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में व्यवधान की चिंताओं के कारण पिछले कुछ महीनों में तेल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी है। अब इसका असर भारत में देखने को मिलेगा। इलेक्शन के बाद यहां भी दाम बढ़ सकते हैं।
सीमेंट निर्माताओं को और अधिक परेशान करेगा
पटोदिया ने कहा कि इसके अलावा यह भारतीय सीमेंट निर्माताओं को और अधिक परेशान करेगा क्योंकि वे पहले से ही कच्चे माल और ऊर्जा की लागत में वृद्धि का दबाव झेल रहे हैं।
60-65 फीसदी कारोबार कच्चे तेल की कीमतों से जुड़ा
एसोसिएशन ने कहा कि सीमेंट निर्माताओं को यह बोझ उठाना होगा क्योंकि उनका 60-65 फीसदी कारोबार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कच्चे तेल की कीमतों से जुड़ा है। इसका प्रभाव रीयल एस्टेट उद्योग पर भी पड़ेगा।
Building material की कीमतों में 20-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी
क्रेडाई के अध्यक्ष ने कहा कि Building material की कीमतों में 20-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी ने डेवलपर्स को परियोजनाओं की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी करने के लिए मजबूर किया है। पटोदिया ने कहा कि उद्योग के पूर्वानुमान से संकेत मिलता है कि आने वाली तिमाही में कीमतों में और बढ़ोतरी होगी और मौजूदा संकट को देखते हुए उछाल कई गुना बढ़ सकता है।
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