जयपुर: राजस्थान के कोटा में रंजिशवश ढाबा संचालक का बीते दिन कत्ल कर दिया। ढाबा संचालक बुजुर्ग साहबलाल का मर्डर इटावा थाना इलाके विनायका गांव के पास दूर के रिश्ते में चचेरे भाई के बेटों ने कर दिया। कत्ल करने वालों ने साहब लाल और बेटे हरी मोहन पर जानलेवा अटक कर दिया था। धारदार हथियारों से गंभीर चोट लगने से साहब लाल की जान चली गई। बेटा हॉस्पिटल में भर्ती है।
ढाबा संचालक के क़त्ल के पीछे ढाबा और जमीन विवाद के मध्य रंजिश की वजह कही जा रही है। पुलिस ने पोस्टमॉर्टम के उपरांत शव परिजनों को दिया जा चुका है। परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज कर लिया गया है। मृतक के बेटे घायल हरि मोहन का कहना है कि उसके रिश्तेदार राधेश्याम की जमीन व ढाबा उनके खेत के नजदीक है। कुछ वक़्त पहले तक राधेश्याम भी ढाबा चलाता था, लेकिन उनका ढाबा बंद हो चुका है। हमारा ढाबा चल रहा है।
उसने कहा है कि शुक्रवार रात पिता साहब लाल के साथ ढाबे पर सोया हुआ था। राधेश्याम के दो लड़के बुद्धिप्रकाश व दिनेश आए। धारदार हथियार से अटैक कर दिया। तब साहबलाल ओर हरिमोहन ढाबे पर सोए हुए थे। हमला करने के उपरांत वह घटनास्थल से भाग निकले। घायल पिता को रात इटावा हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया। चिकित्सक ने उसे मृत बता दिया गया है।
जहां इस बात का पता चला है कि इटावा पुलिस थाना प्रभारी रामविलास मीणा ने बोला है कि दोनों पक्ष आपस में रिश्तेदार हैं। दोनों के खेत आस पास है। खेत में मेढ़ को लेकर दोनों पक्षों में लड़ाई शुरू हो गई। विवाद के बीच साहब लाल के सिर के पीछे, घुटनों व पेट मे चोट लगी और उसकी जान चली गई है। हरि मोहन के भी सिर में चोट लगी है। अपराशियों की तलाश जारी है।