दुबई, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) का सबसे बड़ा खजाना इस समय इंडियन प्रीमियर लीग यानी IPL है, क्योंकि इस टूर्नामेंट से बीसीसीआइ को मोटी कमाई होती है। अब इसी खजाने पर एक तरह से अंग्रेजों की भी नजर है। यही कारण है कि अंग्रेजी बिजनेसमैन आइपीएल टीम खरीदना चाहते हैं। जी हां, ये सच है मैनचेस्टर युनाइटेड जैसे फुटबाल क्लक के मालिकों ने आइपीएल टीम खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है।
दरअसल, बीसीसीआइ ने एलान किया था कि आइपीएल 2022 में 8 नहीं, बल्कि 10 टीमें मैदान में होंगी। इसके लिए बीसीसीआइ ने टेंडर जारी किया था और इसके आक्शन की प्रक्रिया जारी है। आइपीएल की टीम बनाने के लिए कई भारतीय कंपनियों ने अपनी दिलचस्पी दिखाई। इस बीच मैनचेस्टर युनाइटेड फुटबाल क्लब के मालिकों ने भी अपना रुझान इस लीग में दिखाया है। शायद यही कारण था कि बीसीसीआइ ने टेंडर की तारीखों को आगे खिसकाया था।
सूत्रों ने मैनचेस्टर यूनाइटेड के मालिकों द्वारा दिखाई गई रुचि की पुष्टि की। सूत्र ने कहा, “हां, यह सच है कि उन्होंने दिलचस्पी दिखाई है और यही एक कारण हो सकता है कि बीसीसीआइ ने डेडलाइन बढ़ा दी। आइपीएल सिर्फ भारत तक ही सीमित नहीं है, यह अब एक वैश्विक इकाई है।” आइपीएल की गवर्निंग काउंसिल ने 31 अगस्त 2021 को नॉन-रिफंडेबल टेंडर फीस के भुगतान पर उपलब्ध ‘इनविटेशन टू टेंडर’ (आइटीटी) दस्तावेज जारी किए थे।
एक मीडिया रिपोर्ट की मानें तो आइपीएल में अपनी टीम उतारने के लिए अडानी ग्रुप, संजीव गोयनका ग्रुप, दो बड़ी फार्मा कंपनियां (टोरेंट और अरबिंदो) के अलावा कोटक ग्रुप ने भी दिलचस्पी दिखाई। इतना ही नहीं, करीब 20 बड़े बिजनेसमैन और कंपनियों ने आइपीएल की टीम खरीदने में दिलचस्पी दिखाई है। क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें तो दुबई में 25 अक्टूबर को आइपीएल की नई टीमों के लिए आक्शन हो सकता है, क्योंकि बीसीसीआइ के सभी बड़े अधिकारी इस समय यूएई में हैं।