UP News: केंद्रीय मंत्री संजीव बालयान के चचेरे भाई सत्येंद्र बालयान ने अखिलेश यादव के साइकिल की सवारी कर ली है. आज उन्होंने लखनऊ में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली है. उन्होंने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से पहले मुलाकात की. इस भेंट के दौरान समाजवादी पार्टी की पूर्व सांसद तबस्सुम हसन और उनके विधायक बेटे नाहिद हसन भी साथ थे.
सत्येंद्र बालयान मोदी सरकार में मंत्री और मुजफ्फरनगर से बीजेपी के सांसद संजीव बालयान के बड़े ताऊ के बेटे हैं. केंद्रीय मंत्री के भाई के विरोधी समाजवादी पार्टी कैंप में चले जाने को लेकर पश्चिमी यूपी में तरह-तरह की चर्चा है. सत्येंद्र बालयान हाल में ही चुनाव जीत कर जिला पंचायत के सदस्य बने हैं. सदस्य बनने के बाद भारतीय किसान यूनियन से गठबंधन कर उन्होंने जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव लड़ा.
रिश्ते हुए खराब
गठबंधन में ये फार्मूला तय हुआ था कि ढाई साल तक किसान यूनियन के प्रतिनिधि पंचायत अध्यक्ष रहेंगे और बाकी के ढाई साल सत्येंद्र बालयान लेकिन बीजेपी से बालयान चुनाव हार गए. इस चुनाव में केंद्रीय मंत्री संजीव बालयान ने अपने भाई के बदले अपनी पार्टी बीजेपी का साथ दिया. इस चुनाव के बाद दोनों भाईयों के रिश्ते और भी खराब हो गए.
रिश्ते इतने खराब हुए कि अब सत्येंद्र बालयान अपने भाई संजीव बालयान के विरोधी कैंप में चले गए. वैसे एक ही परिवार के लोग अलग-अलग पार्टी में हों, ये कोई नई बात नहीं है लेकिन संजीव बालयान को घेरने के लिए विपक्ष को एक मौका तो मिल ही गया है. बता दें कि इसी साल कोरोना वायरस की दूसरी लहर में सत्येंद्र बालयान के दो भाई की मौत हो गई थी.