ऑयली और कॉम्बिनेशन स्किन टाइप साल के इस समय के दौरान एक अप्रिय चिपचिपाहट का अनुभव कर सकते हैं, जिससे कि ब्रेकआउट और मुंहासे हो सकते हैं।
विधि: 1 बड़ा चम्मच कपूर लें। इसमें 200 मिलीलीटर गुलाब जल मिलाएं जब तक कि यह पूरी तरह से घुल न जाए। फिर 1 बड़ा चम्मच सूखे पुदीने का पाउडर डालें। मिश्रण को प्लास्टिक की एयर टाइट बोतल में भरकर फ्रिज में रख दें। अपनी त्वचा को दिन में 2-3 बार पोंछने के लिए इस टॉनिक का प्रयोग करें।
दाल, दलिया और संतरे के छिलके का एक्सफोलिएटर: आप वैकल्पिक दिनों में घर पर एक्सफोलिएशन प्रक्रिया कर सकते हैं और यह आपकी मानसून त्वचा देखभाल दिनचर्या के लिए एक अमूल्य अतिरिक्त हो सकता है।
विधि: 50 ग्राम लाल मसूर दाल का पाउडर, 50 ग्राम दलिया और 50 ग्राम संतरे के छिलके का पाउडर मिलाकर एक एयरटाइट कंटेनर में भरकर रख लें। एक बार में 1 बड़ा चम्मच लें और उसमें थोड़ा सा गुलाब जल मिलाएं। इसे त्वचा पर लगाएं और इसे तब तक लगा रहने दें जब तक कि यह आधा सूख न जाए। फिर कुछ मिनट के लिए अपने चेहरे को घुमाते हुए स्क्रब करें।
जमे हुए टमाटर: खुले रोमछिद्र परेशानी पैदा कर सकते हैं, और एपिडर्मल परत पर बैक्टीरिया के निर्माण की सुविधा भी दे सकते हैं जिससे मुंहासे और मुंहासे हो सकते हैं।
विधि: जमे हुए टमाटर के हलवे को रोजाना अपनी त्वचा पर रगड़ें। यह रोमछिद्रों को बंद करने में मदद करेगा क्योंकि टमाटर प्रकृति में प्राकृतिक रूप से अम्लीय होते हैं।
मुल्तानी मिट्टी, लौंग का पाउडर और नीम का पेस्ट: अपनी त्वचा को हमेशा साफ रखें और खराब पाचन और कब्ज से भी सावधान रहें। हालांकि, निम्नलिखित फेस मास्क से मुंहासों और पिंपल्स से निपटा जा सकता है।
विधि: 2 बड़े चम्मच मुल्तानी मिट्टी, 3 लौंग और 2 बड़े चम्मच ताजा नीम का पेस्ट गुलाब जल के साथ मिलाएं और अपनी त्वचा पर लगाएं। इसे पूरी तरह सूखने तक लगा रहने दें और ठंडे पानी से धो लें।