पृथ्वी पर प्रकाश सूर्य की बदौलत ही है. लेकिन जब सूर्य और पृथ्वी के बीच चंद्रमा आ जाए तो उसे सूर्य ग्रहण की संज्ञा दी जाती है. वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों ही दृष्टि से इसे महत्वपूर्ण घटना माना जाता है जिसका असर पृथ्वी पर मौजूद हर वस्तु पर पड़ता है, खासतौर से मनुष्यों पर. इस साल कुल 4 ग्रहण लगेंगे जिनमें से 2 सूर्य ग्रहण हैं और साल का पहला सूर्य ग्रहण 10 जून को लगने जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक ग्रहण के समय कुछ खास नियमों का पालन अवश्य रूप से करना चाहिए. खासतौर से गर्भवती महिलाओं को. वो खास बातें हम आपको विस्तार से बताएंगे लेकिन पहले जान लीजिए 10 जून को पड़ने वाले सूर्य ग्रहण से जुड़ी कुछ खास बातें.
कब से कब तक सूर्य ग्रहण
सूर्य ग्रहण 10 जून यानी कि गुरुवार को दोपहर 1 बजकर 42 मिनट से ग्रहण लगना प्रारंभ होगा. और पूरे 5 घंटे बाद शाम 6 बजकर 41 मिनट पर पूरा होगा. सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पहले सूतक शुरू हो जाता है. लेकिन खास बात ये है कि ये ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा इसलिए न तो यहां सूतक काल मान्य होगा और नहीं धार्मिक आयोजनों में किसी तरह की रुकावट आएगी. ये ग्रहण अमेरिका, दक्षिण अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और अटलांटिक में नजर आएगा.
गर्भवती महिलाओं रखें इन बातों का ध्यान
भले ही ये सूर्य ग्रहण उपच्छाया ग्रहण होगा और भारत में नजर नहीं आएगा. बावजूद इसके ज्योतिष गर्भवती महिलाओं को कुछ खास बातों का ध्यान रखने और उन्हें नजरअंदाज न करने की सलाह देते हैं. जिसके मुताबिक –
- ग्रहण शुरू हो उससे पहले ही स्नान कर लेना चाहिए.
- ग्रहण के दौरान जितना संभव हो उतना प्रभु को याद करें.
- ग्रहण काल के समय क्रोध, किसी की निंदा व बुरे कार्यों को करने से बचें.
- धारदार चीज़ें जैसे कैंची, चाकू इत्यादि का इस्तेमाल न करें
- हाथ, पांव को सीधा रखें उन्हें मोड़े नहीं.
- सूर्य मंत्रों का जाप करें.