नई दिल्ली : योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री की शपथ लेते ही सरकार ने काम करना शुरू कर दिया है ताकि जनता का भरोसा न टूटे. संकल्प पत्र में जो वादे किए गए उन्हें पुरे करने को लेकर भी आदेश दे दिए गए है. इस बीच योगी आदित्यनाथ आज दिल्ली पहुंचे. दिल्ली पहुँचने के बाद योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले संसद भवन में पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. इस दौरान कई अहम मुद्दों पर दोनों के बीच चर्चा हुई. बता दे कि मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली में योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री से यह पहली मुलाकात है.
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बता दे कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद योगी राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से मिलेंगे. इसके बाद योगी आदित्यनाथ बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात करेगे. इस मुलाकात में उनके बीच मंत्रियो के विभाग बटवारे पर चर्चा होगी. उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था को देखते हुए गृह मंत्रालय की जिम्मेदारी किसे दी जाएं, यह आदित्यनाथ के लिए मुश्किल फैसला होगा. खबर है कि सरकार में नंबर दो की पोजिशन पर मौजूद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य को गृह मंत्रालय दिया जा सकता है, वहीं योगी आदित्यनाथ गृह मंत्रालय अपने पास भी रख सकते है.
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गौरतलब है कि सरकार बनते ही योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के अधिकारियों से मीटिंग की. योगी आदित्यनाथ ने सभी विभागों के प्रधान सचिवों के साथ बैठक की. मुख्यमंत्री ने सभी को बीजेपी के संकल्प पत्र के अनुसार कम करने का निर्देश दिया. इसी दौरान सभी अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ भी दिलाई. योगी ने इस कैबिनेट मीटिंग में महत्वपूर्ण फैसले लिए. सभी सचिव, प्रमुख सचिव 15 दिनों के भीतर अपनी चल अचल संपत्ति का ब्यौरा दे. सारे अफसरों को स्वच्छता की शपथ दिला कर कहा सूबे में कहीं गन्दगी दिखाई नहीं देना चाहिए. अफसरों को बीजेपी का संकल्प पत्र देकर कहा कि 24 घंटे में संकल्प पत्र पढ़कर लागू करे.
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