मुरादाबाद: उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी (सपा) सांसद एसटी हसन ने कोरोना संक्रमण और हाल ही में आए चक्रवात Tauktae और यास को लेकर बेतुका तर्क दिया है. एसटी हसन ने इसकी लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि ये सब प्राकृतिक आपदाएं हमारे देश में इसलिए आ रही हैं, क्योंकि भाजपा सरकार ने शरियत में हस्तक्षेप की है.
उन्होंने कहा कि CAA और NRC कानूनों के माध्यम से मुसलमानों को निशाना बनाया गया. विगत सात वर्षों में सरकार ने सिर्फ धार्मिक भेदभाव पैदा करने वाले कानून बनाये. सरकार की नाइंसाफी के कारण कोरोना महामारी और दो बार तूफान आ चुके हैं. यदि धरती वाले इंसाफ नहीं करते हैं तो फिर आसमान वाला इंसाफ करता है. हसन ने आगे कहा कि, “देश के 99 फीसद लोग धार्मिक हैं. हम सब ये मानते हैं की दुनिया चलाने वाला और दुनिया में न्याय करने वाला कोई और है. जब आसमान वाला अपना इंसाफ करता है तो उसमे if या but नहीं होता है. आपने देखा नहीं बीते दिनों कितनी लाशों का अपमान हुआ. कुत्तों को लाशें खानी पड़ीं. नदी में लाशें बहा दी गयी. श्मसानों में लाशें जलाने के लिए लकड़ियां तक नहीं मिली.”
हसन ने आगे कहा कि इस सरकार में गरीबों का कोई हक नहीं है. केवल बड़े लोगों का हक़ है. जिसने अमीर को पैदा किया है, उसी ने गरीब को भी पैदा किया है, वो ही सब का मालिक है. देश के हाकिम हैं उन्हें देख कर मुझे आगे और अंदेशा है की आने वाले वक़्त में और भी आसमानी आफतें आ सकती हैं.