पूर्वी लद्दाख क्षेत्र को लेकर भारत और चीन के बीच शनिवार को दसवें दौर की बातचीत होगी। 20 फरवरी यानि शनिवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा के चीनी क्षेत्र की तरफ मोल्दो में भारत और चीन के बीच कमांडर स्तर की बातचीत होगी। सेना के सूत्रों ने जानकारी दी कि पैंगोंग झील के उत्तरी और दक्षिणी दोनों तटों से विस्थापन के बाद दूसरे घर्षण बिंदूओं से विस्थापन पर चर्चा करेंगे।
भारत और चीन की सेना के बीच सीमा पर गतिरोध के हालात पिछले वर्ष पांच मई से बनने शुरू हुए थे जिसके बाद पैंगांग झील क्षेत्र में दोनों ओर के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हुई थी। इसके बाद दोनों ही पक्षों ने सीमा पर हजारों सैनिकों तथा भारी भरकम हथियार एवं युद्ध सामग्री की तैनाती की थी।
गलवां घाटी में 15 जून को हुई झड़प के दौरान भारत के 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। कई दशकों में भारत-चीन सीमा पर हुआ यह सबसे गंभीर सैन्य संघर्ष था। राष्ट्रपति शी चिनफिंग के नेतृत्व वाली पीएलए की सर्वोच्च इकाई सीएमसी ने क्वी फबाओ को ‘‘सीमा की रक्षा करने वाले नायक रेजिमेंटल कमांडर’’ की उपाधि दी है।