शीतलहर के कहर के बीच अगले दो दिनों में भी दिल्लीवासियों को कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। न्यूनतम तापमान के 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना बनी हुई है। इस वजह से गलन वाली सर्दी जारी रहेगी। मंगलवार को राजधानी का न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन कम 3.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। दिन में धूप निकली, लेकिन तेज हवा के आगे बेअसर रही। गलन की वजह से घरों में दुबके लोग भी कंपकंपाते रहे।
मौसम विभाग के अनुसार दिन के तापमान में 2 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने के साथ अधिकतम तापमान 18.1 डिग्री सेल्सियस रहा। इस वजह से दोपहर में धूप के बावजूद ठिठुरन जारी रही। पिछले 24 घंटे में हवा में नमी का अधिकतम स्तर 94 और न्यूनतम 47 फ़ीसदी दर्ज किया गया। उधर, आया नगर में न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया जो कि सबसे ठंडा इलाका दर्ज किया गया। जफरपुर में 3.1 और लोदी रोड में 2.7 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया है।
स्काईमेटवेदर के प्रमुख मौसम विज्ञानी महेश पलावत के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म हो चुका है। इस वजह से उत्तरी पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी का दौर भी समाप्त है। आगामी दिनों में तापमान में और गिरावट के साथ ठिठुरन और बढ़ेगी। रात में न्यूनतम तापमान में कमी होने के साथ-साथ दिन के तापमान में भी कमी होने की संभावना है। गौरतलब है कि गत दिनों मौसम विभाग ने 28 दिसंबर से समूचे उत्तर भारत के गंभीर श्रेणी की शीत लहर के चपेट में आने की संभावना जताई थी। शराब का सेवन न करने के साथ लोगों को घरों में रहने की सलाह दी थी। इस सीजन का अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान 3.3 डिग्री सेल्सियस पिछले सप्ताह दर्ज किया गया था।
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी से निकलकर मंगलवार को खराब श्रेणी में पहुंच गया। हालांकि, आगामी 2 दिनों में प्रदूषण का स्तर वापस बहुत खराब श्रेणी में पहुंच सकता है। दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 265 दर्ज किया गया। नए वर्ष पर प्रदूषण के गंभीर श्रेणी में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। इसके पीछे तापमान में गिरावट और हवा की गति धीमी होना अहम कारण बताया जा रहा है। सफर के अनुसार, पिछले 24 घंटे में प्रदूषण के लिए जिम्मेदार तत्व पीएम 10 का स्तर 282 और पीएम 2.5 का स्तर 106 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया है।