कानपुर में बढ़ती आबादी और ट्रैफिक जाम जैसी दिक्कतों से निपटने के लिए आउटर रिंग रोड के बीच ‘ग्रेटर कानपुर’ नाम का नया शहर बसाया जा रहा है, जिसकी गूगल मैपिंग का काम चल रहा है। यह परियोजना करीब 9884 एकड़ में प्रस्तावित है, जिसमें आवासीय और औद्योगिक क्षेत्रों का विकास होगा।
कानपुर शहर के बाहरी हिस्से से गुजर रही आउटर रिंग रोड के बीच ग्रेटर कानपुर बसाने की प्रक्रिया पर काम शुरू हो गया है। जनप्रतिनिधियों की रजामंदी और शासन की अनुमति के बाद इस काम में तेजी आई है। वर्तमान में कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) की टीम इसकी गूगल मैपिंग का काम कर रही है। ग्रेटर कानपुर की बसावट फिलहाल करीब 9884 एकड़ (4000 हेक्टेयर) क्षेत्रफल में प्रस्तावित है।
हालांकि गूगल मैपिंग के बाद ही यह तय हो पाएगा कि इस महत्वाकांक्षी योजना को कितने क्षेत्र में बसाया जा सकता है। महानगर में बढ़ती आबादी, जगह-जगह लग रहे जाम, लैंड बैंक की कमी, वाहनों की बढ़ती संख्या की दिक्कतों को देखते हुए ग्रेटर कानपुर नाम से एक नया शहर बसाने की योजना बनाई गई है। पिछले महीने सरसैया घाट स्थित सभागार में जनपद के सभी सांसदों, विधायकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की बैठक में ग्रेटर कानपुर पर विचार विमर्श किया गया था।
मुख्यमंत्री के सामने भी प्रस्ताव प्रस्तुत करने की योजना
सभी की ओर से शहर में बढ़ रही आबादी और लैंड बैंक की कमी को देखते हुए इस योजना पर सहमति जताई गई थी। कुछ दिनों पहले केडीए वीसी के नेतृत्व में एक टीम ने इस पूरे क्षेत्र का निरीक्षण किया था। कार्ययोजना का प्रस्ताव तैयार होने के बाद इसे मुख्यमंत्री के सामने भी प्रस्तुत करने की योजना है। केडीए अधिकारियों के अनुसार अभी यह योजना शुरुआती चरण में है। इसका पूरा प्रस्ताव बनाने से पहले यह देखा जा रहा है कि कितनी दूरी तक इसमें आवासीय व अन्य सुविधाएं विकसित की जा सकती हैं।
गूगल मैपिंग का चल रहा है काम
इसी वजह से इसका नक्शा तैयार कराया जा रहा है। इसमें सभी तरह के आवासों को बनाए जाने की योजना पर काम चल रहा है। इसमें मध्य व उच्च वर्ग के लिए एमआईजी से लेकर एचआईजी तक के प्लॉट उपलब्ध होंगे। इसी तरह ग्रुप हाउसिंग, मल्टी स्टोरी भी बनाए जाने का प्रस्ताव है। आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए ईडब्ल्यूएस और एलआईजी श्रेणी के प्लॉट भी रहेंगे। केडीए वीसी मदन सिंह गर्ब्याल के अनुसार ग्रेटर कानपुर के लिए गूगल मैपिंग का काम चल रहा है।
आसपास बनाए जाएंगे तीन नए पार्क
ग्रेटर कानपुर के आसपास तीन पार्क विकसित करने की योजना पर भी काम चल रहा है इसमें ईवी पार्क, मेडिसिटी पार्क और एमएसएमई पार्क शामिल हैं। ईवी पार्क में इलेक्ट्रानिक्स वाहन, मेडिसिटी पार्क में दवाओं का निर्माण और एमएसएमई पार्क में छोटे और मध्यम उद्योगों को स्थापित किया जाएगा।
शहर के सभी क्षेत्रों में बड़ी योजनाएं
ग्रेटर कानपुर की तरफ पहले से भी कई परियोजनाएं शुरू की गई हैं जिसमें न्यू कानपुर सिटी परियोजना सबसे बड़ी है। वर्तमान में इसके लिए बिठूर क्षेत्र में जमीन अधिग्रहीत करने का काम चल रहा है। यहां पर आवासीय के साथ व्यावसायिक क्षेत्र भी विकसित किया जाएगा। इसी तरह गंगा पार बैराज क्षेत्र में अटकी पड़ी ट्रांस गंगा सिटी परियोजना में कार्य तेज कर दिए गए हैं। इसके लिए वीआईपी रोड से गंगा पर एक पुल भी बनाने का प्रस्ताव शासन से मंजूर हो चुका है।
शहर के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से होगा स्थापित
शहर के दक्षिणी और पश्चिमी हिस्से के बीच भौंती बाईपास के पास ग्रेटर कानपुर के लिए सेन पश्चिम पारा, सेन पूरब पारा, पतेहुरी, गोपालपुर, गंभीरपुर, कैथा, सरनेतपुर, डांडे का पुरवा, दुर्जनपुर, इटारा गांव की जमीन चिह्नित की गई है। ग्रेटर कानपुर भौंती से लगभग पांच किलोमीटर दूर और भीमसेन रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर दूर होगा।