धर्मांतरण कानून को लेकर एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है. ओवैसी ने कहा है कि यह कानून भारत के संविधान का हनन है , इनको कोई अधिकार नहीं की किसी का अधिकार मारें, भारत में कोई भी एडल्ट किसी से भी उसके रज़ामंदी के साथ शादी कर सकता है.
यह सिर्फ मुसलमानों के खिलाफ वातावरण बनाना चाहते है. ओवैसी ने आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग संविधान को खत्म करना चाहते है. बीजेपी को संविधान की कोई कदर नहीं है.
ओवैसी ने कहा कि इन्हें किसानो के लिए MSP कानून बनाने की चिंता नहीं है, इनके जवान बच्चो की चिंता है , कौन-कैसे शादी करे, किससे करे. ओवैसी ने ये भी कहा कि इनको दूसरों की पर्सनल लाइफ में क्यों झांकना है.
ओवैसी ने कहा कि संविधान में ‘लव जिहाद’ को लेकर कोई भी परिभाषा तय नहीं है. बीजेपी शासित राज्य ‘लव-जिहाद’ कानून के नाम पर संविधान का मज़ाक बना रहे हैं. अगर बीजेपी शासित राज्य कानून ही बनाना चाहते हैं तो उन्हें लोगों रोज़गार मुहैया कराने और फसलों की MSP को लेकर कानून बनाना चाहिए.