प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ढाई बजे मऊ पहुंच गए। यहां उन्होंने 136.35 करोड़ रुपये की 27 परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इसके बाद सीएम जनसभा को संबोधित किया। संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि चंद लोग किसानों को बरगलाने का काम कर रहे हैं, जबकि नया कृषि कानून किसानों के हित के लिए है।
उन्होंने कहा कि बाढ़ से किसानों की फसल बर्बाद होती है, ऐसे में प्रदेश सरकार ने ऐसी व्यवस्था की है कि अब बाढ़ से प्रभावित किसानों को काफी हद तक राहत मिल चुकी है। वादा है कि आने वाले दो वर्षों में किसानों को बाढ़ की समस्या से पूरी तरह निजात मिल जाएगी।
नदियों को चैनेलाइज करके बाढ़ की समस्या से मुक्ति दिलाई जाएगी। इसके लिए जल शक्ति विभाग 15 जनवरी से काम भी शुरू कर देगा। पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे वह योजना है, जिसे पूर्वांचल का बैकबोन कहा जा सकता है। आने वाले दिनों में पूर्वांचल के नौजवानों को जीविकोपार्जन के लिए कहीं बाहर नहीं जाना होगा। बल्कि यह एक्सप्रेस-वे ही उनके रोजगार का साधन बनेगा।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बगल के आजमगढ़ जिले में विश्वविद्यालय के साथ एयरपोर्ट बनाने का काम हो रहा है। अब मऊ के लोगों को जहाज पकड़ने के लिए दूर नहीं बल्कि आजमगढ़ तक की यात्रा करनी होगी। पूर्व की सरकारों की तरह हम बंद मिलों की जमीनों को बेचने का काम नहीं करते बल्कि उसे फिर से शुरू कर नौजवानों को रोजगार देने का काम करेंगे, और यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
बंद पड़ी चीनी मिलों को शुरू करने का काम किया जा रहा है। कुछ मिलों में विवाद है। कोर्ट से विवाद का निस्तारण होते ही उन्हें भी शुरू करने का काम किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नए कृषि कानून से किसानों का कहीं अहित नहीं होने वाला है, बल्कि इससे किसान लाभान्वित होंगे और एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर अपने उत्पाद को कहीं भी भेज सकते हैं।
उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि चंद लोगों को इस योजना से नुकसान हो रहा था। इसके चलते वह किसानों को इस योजना के प्रति बरगलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 25 दिसंबर को 2,20,00,000 किसानों को 18,000 करोड़ रुपये उनके सीधे खाते में ट्रांसफर करने का काम करेंगे।
गन्ना किसानों को 1,12,000 करोड़ रुपये भुगतान कर दिया गया है। जल्दी किसानों को उनके बकाया मूल्य की राशि खातों में पहुंच जाएगी। पिछली सरकारों में योजना का लाभ लाभार्थियों तक नहीं पहुंचता था। बिचौलिए योजना को डकार जाते थे।
सीएम ने कहा कि हमारी सरकार ने 4 साल के कार्यकाल में 4,00,000 नौजवानों को रोजगार और नौकरियां देने का काम किया है। नौकरी देने के दौरान न तो किसी का मुंह देखा गया और न ही उनकी जाति। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को अपने हाथों से प्रमाण पत्र देकर लाभान्वित किया।
इसमें कृषि, उद्यान, आवास योजना, शादी अनुदान, महिला कल्याण, स्वयं सहायता समूह, डेरी उद्योग, ग्राम विकास, उद्योग विभाग, प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना सहित 16 योजनाओं से 24 से अधिक लाभार्थियों को आच्छादित किए। इससे पूर्व वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहा कि योगी आदित्यनाथ वह मुख्यमंत्री हैं, जो ‘न ही रुकेंगे, न ही झुकेंगे’ फार्मूले पर काम करते हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह 11.30 बजे आने वाले थे, लेकिन मौसम खराब होने की वजह से उनका हेलीकॉप्टर उड़ान नहीं भर पा रहा था। सीएम कार्यक्रम में जनकल्याणकारी योजनाओं के पांच लाभार्थियों को प्रमाण पत्र सौंपे, बाद में उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों, सांसद, विधायकों के साथ बैठक की।