यूपी के वित्त एवं संसदीय कार्यमंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना को लेकर शुरुआत से ही लापरवाह बनी रही। यही कारण है कि दिल्ली के हालात ज्यादा खराब हुए। दिल्ली में बरती गई लापरवाही के कारण ही आज पश्चिमी यूपी के हालात बिगड़ते जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार स्थिति को नियंत्रण करने में लगी हुई है।
मुजफ्फरनगर में बुधवार को गांधीनगर स्थित भाजपा कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश की बेहतरी ही सीएम योगी और पीएम मोदी का एजेंडा है। भाजपा सरकारों पर जनता का अटूट विश्वास कायम है। देश और दुनिया में कोविड-19 की महामारी फिर से विकराल रूप ले रही है। ऐसे में हमारी सरकार ने कोविड कंट्रोल के लिए दूसरे राज्यों से बेहतर स्तर पर काम करके दिखाया है।
उन्होंने कहा यूपी की जनसंख्या से आधी आबादी वाले महाराष्ट्र के साथ ही दिल्ली का हाल बेहाल है। वहां सरकारों की गलत नीतियों के कारण महामारी ने घातक रूप लिया। दिल्ली से भी कम मौत यूपी में हुई हैं। प्रदेश सरकार ने दृढ़ता के साथ काम कर डेढ़ लाख प्रतिदिन टेस्टिंग की व्यवस्था करने में सफलता अर्जित की। अभी तक एक करोड़ 80 लाख कोरोना टेस्ट हो चुके हैं। उन्होंने कहा कि बढ़ती ठंड में कोरोना वायरस का संक्रमण और भी अधिक घातक होने की संभावना है। सरकार वैक्सीन पर तेजी से काम कर रही है, लेकिन दुनिया में कहीं भी अभी वैक्सीन विकसित नहीं हो पाई है। वैक्सीन आने तक सावधानी बरतनी होगी।
खन्ना ने कहा कि राज्य विधानसभा में बहुमत रखने वाली भाजपा विधान परिषद में संख्याबल के आधार पर कमजोर है। इस उच्च सदन में कोई भी कानून बनाने के लिए संख्याबल पर्याप्त होना चाहिए। 100 सीटों वाली विधान परिषद में 15 सीटें रिक्त हैं, इनमें भाजपा के 19 सदस्य हैं। वर्तमान में 11 स्नातक-शिक्षक एमएलसी सीटों पर चुनाव हो रहा है।
भाजपा ने अपने प्रत्याशी इन सीटों पर उतारे हैं। इन सीटों पर भाजपा अच्छे अंतर से जीतेगी। इस मौके पर राज्यमंत्री कपिलदेव अग्रवाल, राज्यमंत्री विजय कश्यप, विधायक विक्रम सैनी, प्रमोद ऊटवाल, विधायक अनूपशहर संजय शर्मा, जिलाध्यक्ष विजय शुक्ला, पूर्व विधायक अशोक कंसल, रोहिल वाल्मीकि, वैभव त्यागी, सुषमा पुंडीर, अचिंत मित्तल, बिजेन्द्र पाल, विजय सैनी, प्रवीण शर्मा, सुधीर खटीक, शरद शर्मा, सुषमा पुंडीर आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।