बेंगलुरु। बेंगलुरु की सेंट्रल क्राइम ब्रांच पुलिस ने बेंगलुरु दंगे मामले में आरोपित पूर्व मेयर आर.संपत्त कुमार और कांग्रेस नेता जाकिर को शरण देने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है। यह आरोपित पिछले कुछ हफ्तों से फरार हैं। पुलिस ने इनके खिलाफ आरोप पत्र दायर किया है। संयुक्त पुलिस आयुक्त संदीप पाटिल ने कहा कि इस मामले में रियाजुद्दीन को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उस पर आरोपित राज और जाकिर को शरण देने का आरोप है। यह दोनों बेंगलुरु से भागने से पहले कुछ दिन रियाजुद्दीन के घर पर छिपे हुए थे। रियाजुद्दीन कांग्रेस नेताओं राज और जाकिर का गुर्गा था। इन दोनों तक पहुंचने का रियाजुद्दीन ही एक जरिया है। इसीलिए पुलिस ने करीब दो हफ्ते उस पर नजर रखने के बाद उशे गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान उसने इन दोनों के छिपने के ठिकानों के बारे में कई अहम जानकारियां दी हैं। सीसीबी उन्हें जल्दी ही पकड़ लेगी। दंगे के इस मामले के लिए कई विशेष दल बनाए गए हैं।
कांग्रेस नेता और बेंगलुरु के पूर्व मेयर संपत राज को डीजे होली और केजी हल्ली हिंसा मामले में गिरफ्तार किए जाने के बाद बेंगलुरु के सेंट्रल क्राइम ब्रांच (CCB) कार्यालय लाया गया है। संपत राज बेंगलुरु के एक अस्पताल में अधिकारियों के बाद 31 अक्टूबर को लापता हो गए थे, जहां उन्हें कोरोना के इलाज के लिए भर्ती कराया गया था, कथित तौर पर पुलिस को सूचित किए बिना उन्हें छुट्टी दे दी।
इससे पहले, उनके वकील ने बेंगलुरु हिंसा मामले में उनके खिलाफ दायर आरोपपत्र के पीछे राजनीतिक प्रतिशोध का आरोप लगाया था और कहा था कि आरोपपत्र में मामले में लगाए गए आरोपों को साबित करने के लिए कोई सामग्री नहीं थी। CCB ने पिछले हफ्ते 11 अगस्त को बेंगलुरु में हुई हिंसा के आरोप में एक प्रारंभिक आरोप पत्र दायर किया था, जिसमें कांग्रेस के नगरसेवकों एआर जाकिर और संपत राज को आरोपी बनाया गया था।