पंजाब और हरियाणा में जलाई जा रही पराली के धुएं का असर दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए मुसीबत बन गया है। बुधवार सुबह से दिल्ली-एनसीआर में छाया स्मॉग बृहस्पतिवार को भी उसी तरह बरकरार है। दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति के मुताबिक, बृहस्पतिवार को हालात और बदतर हो गए हैं। दिल्ली से सटे शहरों का और भी बुरा हाल है। मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली से सटे गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता स्तर 469 तो नोएडा में 458 पहुंच गया है। वहीं, गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता स्तर 469 और फरीदाबाद में 421 है। उधर, हालात के बाबत मौसम विज्ञानियों की मानें तो वायु प्रदूषण में सुधार के कोई आसार नहीं हैं। अगले कुछ दिनों में वायु प्रदूषण का स्तर और भी बढ़ सकता है। सफर इंडिया के अनुसार, अभी वायु प्रदूषण के स्तर में और इजाफा होने के आसार हैं। एक दो दिन में यह गंभीर श्रेणी में पहुंच जाएगा। मौसम विज्ञानियों की मानें तो हालात यही रहे तो जल्द ही दिल्ली-एनसीआर में इमरजेंसी जैसे हालात बन सकते हैं।
हवा की दिशा ने भी बढ़ाई लोगों की परेशानी
वहीं, मौसम विभाग के मुताबिक, अभी तक हवा की दिशा दक्षिण-पश्चिमी थी। राजस्थान-गुजरात की तरफ से आ रही इस हवा के कारण पराली का ज्यादा धुआं दिल्ली नहीं पहुंच रहा था, लेकिन बुधवार की सुबह हवा उत्तर-पश्चिमी हो गई। यह पंजाब और हरियाणा की तरफ से आती है।
बुधवार को प्रदूषण से घटी विजिबिलिटी
इससे पहले बुधवार को दिल्ली-एनसीआर स्मॉग की चादर बेहद घनी हो गई। इसका सीधा असर विजिबिलिटी पर पड़ा। सुबह से ही हालात खराब होने लगे थे और शाम साढ़े पांच बजे दृश्यता महज 600 मीटर ही रह गई। यह सामान्य तौर पर ढाई से तीन हजार मीटर तक रहती है। दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) 300 से ज्यादा रिकॉर्ड किया गया, इसमें गुरुग्राम अपवाद के तौर पर रहा। इस दौरान लोगों ने आंखों में जलन, गले में दर्द और खराश की शिकायत कीं।