करीब एक दशक से ज्यादा समय कांग्रेस में गुजारने के बाद अन्नू टंडन ने अपने समर्थकों के साथ अखिलेश यादव की मौजूदगी में समाजवादी पार्टी की सदस्यता ले ली। उन्होंने कहा कि मेरे सपा में शामिल होने का कारण अखिलेश यादव खुद हैं। उन्होंने अपनी सरकार में जितना काम किया उससे ज्यादा करना संभव नहीं था। अखिलेश फिर से मुख्यमंत्री बनें यही मेरा मकसद है।
कांग्रेस छोड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि मैंने करीब 15 वर्ष कांग्रेस में गुजारे हैं और मुझे राहुल गांधी व सोनिया गांधी से भरपूर स्नेह मिला है लेकिन मैं 2019 के बाद से निराश थी जिसके बाद मैंने तय किया कि अब जनता के लिए काम करना है तो कांग्रेस छोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूपी में कांग्रेस का संगठन अभी इतना मजबूत नहीं है कि भाजपा का सामना कर सके।
अन्नू टंडन वर्ष 2009 में कांग्रेस से चुनाव जीतकर जिले की सांसद बनी थीं। 2014 व 2019 का भी चुनाव लड़ा लेकिन सफलता नहीं मिली। उपेक्षा व प्रदेश नेतृत्व से नाराज होकर उन्होंने 29 अक्तूबर को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था। शनिवार शाम उन्होंने समाजवादी पार्टी में शामिल होने की घोषणा कर दी थी। इससे पहले उन्होंने अपने ऑडियो मैसेज के जरिये अपने सभी समर्थकों से सपा का साथ देने की अपील भी की थी।
वहीं, अखिलेश यादव ने अन्नू टंडन और उनके समर्थकों का स्वागत किया और कहा कि उन्नाव का सांसद रहने के दौरान उन्होंने गरीबों के लिए बहुत काम किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार गरीबों, दलितों और पिछड़ों का जितना नुकसान कर रही है उतना कभी किसी ने नहीं किया। जनता भाजपा से नाराज है और आने वाले उपचुनाव में जनता का गुस्सा नजर आएगा और पता चल जाएगा कि जनता क्या चाहती है?
अखिलेश यादव ने कहा कि हमारी किसी से भी दुश्मनी नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में हमने भाजपा को रोकने के लिए गठबंधन किया था। हमने यहां पर उन्हें कमजोर किया। अब बसपा ये कह रही है कि हमने उन्हें धोखा दिया।
अखिलेश यादव ने कहा कि यूपी में 2022 में चुनाव होने हैं लेकिन बसपा व भाजपा, समाजवादी पार्टी को विधान परिषद चुनाव हराना चाहती हैं इसका क्या कारण है मुझे पता नहीं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जनता भाजपा से परेशान हो चुकी है। मुझे खुशी है कि अन्य दलों से नए साथी आ रहे हैं और सपा को मजबूत कर रहे हैं।
कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव व बांगरमऊ के हफीजाबाद गांव निवासी शशांक शेखर शुक्ला ने पूर्व सांसद अन्नू टंडन का समर्थन करते हुए शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपना इस्तीफा भेज दिया है। शशांक शेखर शुक्ला ने बताया कि इंदिरा गांधी की कांग्रेस और आज की कांग्रेस में बहुत फर्क है। कांग्रेस में न वह नीति रह गई व न जनसेवा की नीयत।
मालूम हो कि शशांक को बांगरमऊ उपचुनाव में प्रत्याशी बनाने का आश्वासन दिया गया था। इसके लिए वह लंबे समय से क्षेत्र में दौरा कर रहे थे। उनके साथ बबलू यादव, रणवीर कुशवाहा, सुंदर लाल गौतम, विजय द्विवेदी, सचिन शुक्ला, सुशील मौर्या, मोहम्मद सलीम, सुहैल खां ने भी कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।