नवरात्र के पहले दिन से ही बाजारों में महालक्ष्मी की वर्षा शुरू हो गई। बाजारों में दोपहर 2:00 बजे तक भले ही सन्नाटा रहा, लेकिन इसके बाद खरीददार खूब उमड़े, जिसमें खासतौर से कपड़े और गहने के ग्राहक शामिल थे। एक शादी का परिवार 10 लाख रुपये कीमत का नौलखा बीकानेरी हार सेट खरीद कर ले गया।
बाजार का नजारा कुछ ऐसा था कि जैसे लोगों में अब कोरोना का भय नहीं है। अधिकतर बड़े कपड़े और सराफा शोरूम में ग्राहकों को टेंपरेचर की जांच और सैनिटाइजर से हैंड वॉश कराने के बाद ही प्रवेश दिया गया।
अमीनाबाद, आलमबाग, चौक, महानगर, भूतनाथ इंदिरानगर, पत्रकारपुरम और हजरतगंज बाजारों में दिनभर खरीदार उमड़ते रहे, लेकिन यहां के कई बाजारों में सोशल डिस्टेंसिंग की अनदेखी होती रही।
भूतनाथ के कपड़ा कारोबारी उत्तम कपूर ने बताया कि नवरात्र के पहले दिन ग्राहकों की भीड़ देखकर अब उम्मीद हो गई है कुछ दिन बढ़िया कारोबार चलेगा। उन्होंने बताया की नवरात्र में जो भी खरीद-फरोख्त हो रही वह सब शादी ब्याह से ही संबंधित है।
चौक के सर्राफा कारोबारी सिद्धार्थ जैन ने बताया कि दोपहर 3:00 बजे के बाद सर्राफा शोरूम की रौनक बढ़ी। उन्होंने 200 ग्राम सोने के सेट की बिक्री करके कारोबार की शुरुआत की, जिसमें बीकानेरी जड़ाऊ हार, कान के बुंदे और मंगबेदी शामिल थी। इस सेट की कीमत लगभग 10 लाख रुपये थी।
लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के महामंत्री प्रदीप अग्रवाल ने शनिवार को बताया कि नवरात्र के पहले दिन सर्राफा कारोबार आम दिनों के सापेक्ष बहुत बेहतर है। उन्होंने बताया पूरे लखनऊ के बाजारों का जायजा लेने के बाद उनको यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही कि सर्राफा कारोबार पटरी पर लौट आया है।