इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के छात्रसंघ भवन से बालसन चौराहे पर किसानों के आंदोलन को समर्थन देने शुक्रवार की दोपहर छात्र जा रहे थे। पुलिस ने उन्हें पहले रोका लेकिन जब वह नहीं माने तो छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। इस दौरान वहां भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज में कई छात्राें को चोटें आईं। कई छात्रनेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। उन्हें वाहनों से पुलिस लाइन भेजा गया है।
एनएसयूआइ के छात्र जुलूस लेकर चले थे
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को कृषि विधेयक के खिलाफ किसान संगठन व राजनैतिक धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी क्रम में नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया (एनएसयूआइ) से जुड़े सैकड़ों छात्र दोपहर में छात्रसंघ भवन पहुंचे थे। यहां आंदोलन के समर्थन में पहुंचने की रणनीति बनाई गई। इसके बाद जुलूस की शक्ल में छात्रसंघ भवन के गेट पर छात्र पहुंचे। इसी बीच छात्रों के जुलूस का पता चला तो काफी संख्या में वहां पुलिस फोर्स पहुंच गई।
लाठीचार्ज से पहले छात्रों और पुलिस में तीखी झड़प भी हुई
छात्रों को पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। इसके बावजूद छात्र नहीं मान रहे थे। इस पर छात्रों की पुलिस से तीखी झड़प भी हुई। कुछ देर में मामला बिगड़ता देख पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज कर दिया। इससे वहां भगदड़ मच गई। लाठीचार्ज में कई छात्रों को चोटें भी आईं। पुलिस ने कई छात्रनेताओं को गिरफ्तार कर लिया।
एनएसयूआइ के कई नेता पुलिस हिरासत में
लाठीचार्ज के बाद पुलिस ने मौके से एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव, जिलाध्यक्ष अक्षय क्रांतिवीर, जितेश मिश्रा, सत्यम कुशवाहा समेत दर्जनों एनएसयूआइ कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया है। वहां से सभी को वाहनों से पुलिस लाइन भेज दिया गया है। इस दौरान छात्र सरकार विरोधी नारेबाजी भी करते रहे।