बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य को 294.53 करोड़ रुपये की योजनाओं की सौगात दी है। पीएम मोदी ने ‘प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना’ (पीएमएमएसवाई) का शुभारंभ किया। साथ ही किसानों के प्रत्यक्ष उपयोग के लिए एक समग्र नस्ल सुधार, बाजार और सूचना संबंधी ‘ई-गोपाला एप’ की भी शुरुआत की। इस दौरान सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह समेत कई नेता मौजूद रहे।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस दौरान राज्य के लोगों और योजना के लाभार्थियों के साथ चर्चा की और इन योजनाओं के फायदे को बताया। इस दौरान पूर्णिया की एक महिला ने पीएम मोदी को बताया कि राज्य में शराबबंदी के बाद से उनके परिवार ने पशुओं को पालने का काम शुरू किया है। इस पर पीएम ने कहा कि हमारी सरकार भी आत्मनिर्भरता में महिलाओं को आगे बढ़ावा देने की दिशा में दिन रात काम कर रही है।
प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधन की शुरुआत भोजपुरी भाषा में की। पीएम मोदी ने कहा कि हमारा प्रयास है कि मछली पालन, डेयरी से जुड़े काम के जरिए किसानों की आय को दोगुना किया जाए।
उन्होंने कहा कि मछली पालन की योजना में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक रुपये खर्च किए जाएंगे। समुद्र से लेकर तालाब तक मछली पालन पर जोर देने के लिए व्यापक योजना पर काम चल रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि सरकार की ओर से गंगा नदी को साफ किया जा रहा है, क्योंकि मछली पालन साफ पानी से ही होता है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में गांव-गांव पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है, साथ ही हाल ही में लॉन्च की गई डॉलफिन योजना से भी फायदा मिलेगा।