मॉनसून की मेहरबानी अब लोगों के लिए मुसीबत बनती जा रही है। मध्यप्रदेश और गुजरात में बारिश ने तबाही मचा रखी है। गुजरात में अभी भी लगातार जोरदार बारिश का सिलसिला चालू है। वडोदरा में विश्वामित्री, भरूच में नर्मदा और सौराष्ट्र के पोरबंदर स्थित पंथक में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। बाढ़ के खतरे के साथ-साथ अब लोगों को एक नए खतरे से भी जुझना पड़ रहा है। ये खतरा भी जानलेवा है क्योंकि ये पानी से बाहर आ रहे मगरमच्छों का खतरा है। मगरमच्छ बाढ़ के कारण नदियों से बाहर आकर रिहायशी इलाकों तक पहुंचने लगे हैं।
गौरतलब है कि वडोदरा की विश्वामित्र नदी मगरमच्छों की भारी संख्या के लिए भी जानी जाती है। यह नदी शहर के बीचों-बीच बहती है और नर्मदा में बाढ़ के चलते विश्वामित्र का जलस्तर तेजी से बढ़कर निचले इलाकों तक पहुंच गया है। बाढ़ के चलते पानी के साथ मगरमच्छ रिहायशी इलाकों तक पहुंच रहे हैं।
सोमवार की शाम को करीब 10 फीट का एक मगरमच्छ ऊना शहर की किरण सोसायटी में घुस आया। जिससे इलाके में अफरातफरी का माहौल हो गया। लोगों की सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और उसे पकड़ा गया।
सोमवार शाम को ही एक मगरमच्छ एमएस यूनिवर्सिटी के कैंपस में घुस गया। हालांकि, यहां मौजूद सिक्युरिटी गार्ड ने इसे देख लिया और वन-विभाग को इसको सूचना दे दी। जिसके बाद टीम ने मगरमच्छ को पकड़ लिया।
इसी तरह सोमवार सुबह एक मगरमच्छ भुज तहसील के वांढायना गांव के पुल पर बैठा नजर आया, लेकिन पुल पर मगरमच्छ को देखने के लिए भीड़ जमा होने के कारण वह वापस तालाब में चला गया।