उत्तराखंड में मौसम ने एकबार फिर से करवट बदल दी है। दून समेत कई क्षेत्रों में तेज बारिश हो रही है। मौसम विभाग के अनुसार सोमवार से इसमें तेजी आने के आसार हैं। इस दौरान पर्वतीय क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर तेज बारिश के साथ ही बिजली गिरने की भी आशंका है। बारिश कई जगह सड़क मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं। वहीं, बदरीनाथ हाईवे पीपलकोटी के पास पागल नाला में भारी मलबा आने से बंद हैं। हाईवे पर भूकटाव से एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है। एनएच हाइवे खोलने के काम में जुटा हुआ है। यहां फिलहाल यात्रियों समेत आम लोग हाइवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
मौसम भले ही साफ हो लेकिन मुसीबतों का दौर जारी है। गौरीकुंड के पास केदारनाथ हाईवे भी बाधित है। शनिवार को प्रशासन में सोनप्रयाग में रोके गए 104 यात्रियों को केदारनाथ जाने की अनुमति दे दी। सोनप्रयाग से गौरीकुंड के बीच मुनकटिया नामक स्थान पर मलबा आने से मार्ग बंद है। मुनकटिया से गौरीकुंड तक तीन किलोमीटर का रास्ता यात्रियों को पैदल ही तय करना पड़ा। इसके अलावा गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर आठ घंटे बंद रहा।
मार्गों से मलबा हटाने में लोक निर्माण विभाग और सीमा सड़क संगठन की टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। पहाड़ों से गिर रहे पत्थर मलबा हटाने के काम में रोड़ा बन रहे हैं। शनिवार को चमोली जिले में कर्णप्रयाग के पास सीमा सड़क संगठन की जेसीबी नदी में समा गई। हालांकि जेसीबी आपरेटर सुरक्षित है। गढ़वाल मंडल में 86 मार्ग अब भी अवरुद्ध हैं। वहीं कुमाऊं मंडल में यह संख्या 23 है।
पिथौरागढ़ की चौदास घाटी में मुश्किलें बढ़ीं
पिथौरागढ़ जिले में स्थिति गंभीर बनी हुई है। जिले के धारचूला क्षेत्र में करीब एक माह से तवाघाट-नारायण आश्रम मार्ग बंद होने से चौदास घाटी के 20 गांवों में खाद्यान्न संकट के आसार बन रहे हैं। डाक न पहुंच पाने से मनीऑर्डर भी नहीं मिल पा रहे हैं।