सीबीआई जहां सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच शुरू कर चुकी है, वहीं महाराष्ट्र में इस मुद्दे पर सियासत अभी भी जारी है. महाराष्ट्र सरकार में मंत्री जितेंद्र आव्हाड ने उम्मीद जताई है कि अगर बिहार में फिर से नीतीश कुमार की सरकार बनती है तो डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे राज्य के गृह मंत्री होंगे.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने ट्वीट कर कहा कि मान लेते हैं कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री के रूप में फिर से वापसी करते हैं, तो बिहार के डीजीपी राज्य के निश्चित ही गृह मंत्री होंगे.
यहां तक की सत्तारूढ़ शिवसेना ने भी पुलिस अधिकारी पर निशाना साधा और कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद उनके चेहरे पर असीम आनंद को देखा जा सकता था.
शिवसेना के सांसद संजय राउत ने कहा कि कैसे गुप्तेश्वर पांडे ने इस निर्णय को ‘अन्याय के खिलाफ न्याय की जीत’ बताया था और कहा कि आईपीएस अधिकारी पटना में 19 अगस्त को मीडिया के सामने केवल बीजेपी का झंडा लहरा रहे थे.
संजय राउत ने कहा कि मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार के खिलाफ साजिश की गई है. इसके साथ ही उन्होंने नीतीश कुमार पर भी फैसले के बाद प्रतिक्रिया के तरीके पर भी निशाना साधा और कहा कि उनकी प्रतिक्रिया एक ‘चुनाव जीतने के भाषण’ की तरह थी.
शिवसेना नेता ने कहा कि बिहार में हत्या के कई मामलों को सीबीआई को सुपुर्द किया गया है-कितने वास्तविक आरोपी अब तक पकड़े गए हैं? जो लोग मुंबई पुलिस पर अंगुली उठा रहे थे, उन्हें एक बार सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को पढ़ना चाहिए.
महाराष्ट्र के पास देश में सबसे अच्छी कानून व्यवस्था है और किसी को भी हमें इस बारे में शिक्षा नहीं देनी चाहिए. एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने भी जोर देकर कहा कि सुशांत मामले की जांच नरेंद्र दाभोलकर की तरह नहीं होनी चाहिए.