राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को नकली भारतीय मुद्रा नोट (एफआईसीएन) के प्रचलन में शामिल होने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया। एनआईए ने कहा कि दो आरोपियों की पहचान मो बैतुल्लाह और मो मुख्तार के रूप में की गई, जो उच्च गुणवत्ता वाले नकली भारतीय मुद्रा नोटों के उत्पादन, संचलन और तस्करी के लिए एक नेटवर्क द्वारा रची गई साजिश में शामल हैं। इस साल मार्च में, एनआईए ने नकली भारतीय कागज मुद्रा के डीआरआई द्वारा किए गए जब्ती के आधार पर मामला दर्ज किया, जिसमें गिरफ्तार अभियुक्तों- गुलाम मुर्तुजा और शाजतुर रहमान से 4,01,000 रुपये मूल्य के नोट बरामद किए गए।

एनआईए ने कहा कि जांच में पता चला है कि गुलाम मुर्तुजा नकली भारतीय मुद्रा नोटों (एफआईसीएन) के एक संगठित सिंडिकेट का हिस्सा था, जो देश भर में फैले हुआ है। एनआईए द्वारा जारी रिलीज़ में कहा गया, ‘जांच से यह भी पता चला है कि यह सिंडिकेट भारत में FICN को प्रसारित करने के लिए कई एजेंटों को चलाता है। इस सिलसिले में, आरोपी मो बैतुल्लाह और मो मुख्तार दो मुख्य एजेंट थे, जिन्होंने FICN के प्रचलन के लिए गुलाम मुर्तज़ा के लिए काम किया।’
रिलीज में कहा गया कि इनपुट मिलने के बाद निगरानी शुरू की गई और रात भर के ऑपरेशन के बाद, ये दोनों एजेंट आज सुबह गिरफ्तार किए गए। उनके ठिकानों पर तलाशी भी ली गई और इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक से लेकर कई साक्ष्य बरामद किए गए।
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