अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है, पांच अगस्त को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अयोध्या आ रहे हैं. लेकिन पूरे आंदोलन के बीच जो भाजपा के सबसे बड़े हीरो बनकर उभरे वो थे पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह.
कल्याण सिंह को भूमि पूजन में आने का बुलावा दिया गया है, इस मौके पर उन्होंने कहा कि राम मंदिर आंदोलन काफी लंबे वक्त तक चला, अब सफलता मिली है. पांच अगस्त का दिन ऐतिहासिक होने वाला है, मैं खुद एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच जाऊंगा.
कल्याण सिंह ने कहा कि पांच सौ साल तक संघर्ष हुआ लेकिन राम जन्मभूमि मुक्त नहीं हो पाई थी, बाबर के साथी मीर बाकी ने हिन्दुओं को अपमानित करने के लिए मंदिर तोड़कर मस्जिद बनाई थी.
पूर्व सीएम ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को विवादित ढांचा चला गया, सरकार भी गई थी. लेकिन सरकार जाने का कोई अफसोस नहीं है, जिसके प्रति श्रद्धा होती है उसके मुकाबले सरकार का गिरना छोटी बात है.
उस दिन का किस्सा साझा करते हुए कल्याण सिंह ने कहा कि वहां पर जिला प्रशासन ने कहा था कि हमने केंद्रीय सुरक्षाबल की 4 बटालियन मांगी है, मजिस्ट्रेट भी मिला है. लेकिन संख्याबल काफी ज्यादा है, हमने उन्हें रोका हुआ है, हमें बताया जाए कि हम गोली चलाएं या नहीं चलाएं..
कल्याण सिंह ने बताया कि मैंने लिखित में आदेश दिया था कि जैसी स्थिति है उसमें गोली ना चलाई जाए, वरना माहौल बिगड़ सकता है. अगर गोली चलती तो हजारों लोग मारे जाते, देश में हिंसा हो सकती थी. पूर्व सीएम ने कहा कि मुझे गर्व है कि मेरे माथे पर किसी भी कारसेवक की जान लेने का आरोप नहीं है.
ढांचे गिरने पर कल्याण सिंह ने कहा कि जो होना था वो हो गया, ढांचा गया और सरकार चली गई. मुझे सजा भी हुई थी 24 घंटे की, लेकिन मेरे जैसे करोड़ों हिन्दुओं की यही आशा थी कि राम का मंदिर बने. मंदिर के साथ ही देश भी आत्मनिर्भर बनेगा और प्रधानमंत्री का नारा पूरा होगा.
मंदिर बनने के श्रेय पर कल्याण सिंह ने कहा कि जिसने भी मंदिर बनाने के लिए संघर्ष किया, अपने प्राणों को न्यौछावर किया उनको श्रेय मिलना चाहिए. साथ ही साथ सरकार को भी पूरा श्रेय मिलना चाहिए.
आपको बता दें कि 5 अगस्त को भव्य कार्यक्रम के दौरान राम मंदिर का भूमि पूजन होना है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा करीब 200 मेहमान इस दौरान अयोध्या में मौजूद रहेंगे.