कुछ ही दिनों में भाई-बहन का त्योहार रक्षाबंधन आने वाला है। हालांकि इस बार लोग कोरोनावायरस की वजह से मिठाई की दुकानों से नहीं बल्कि भाई का मुंह मीठा करने के लिए घर पर ही कुछ ट्राई करना पसंद करेंगे। ताकि त्योहार की खुशी के साथ उनके भाई की सेहत भी बनी रहें। अगर आप भी इस मौके पर कुछ हटकर ट्राई करना चाहती हैं तो पेश है राजस्थान की फेमस मिठाई की रेसिपी, घेवर। खास बात यह है कि आप इस मिठाई को सिर्फ एक घंटे के अंदर घर पर ही बना सकती हैं।
घेवर बनाने के लिए सामग्री-
-3 कप आटा
-1 (ठोस) ग्राम घी
-3-4 बर्फ के टुकड़े
-4 कप पानी
-1/2 कप दूध
-1/4 टी स्पून फूड कलर (पीला)
-घी (डीप फ्राई के लिए)
चाशनी बनाने के लिए
-1 कप चीनी
-1 कप पानी
टॉपिंग के लिए-
-1 टी स्पून इलायची पाउडर
-1 टेबल स्पून बादाम और पिस्ता (कटे हुए)
-दूध और केसर
घेवर बनाने का सरल तरीका-
घेवर बनाने के लिए सबसे पहले एक तार वाली चाशनी बना लें। उसके बाद एक बड़े कटोरे में घी और एक बर्फ का टुकड़ा डालकर तेजी से घी चलाएं। जब तक घी का रंग सफेद न हो जाए घी में बर्फ के टुकड़े डालते हुए उसे चलाते रहें। अब दूध, आटा और पानी लेकर उसका एक पतला मिश्रण बना लें। थोड़े से पानी में खाने का पीला रंग घोल लें। ध्यान रखें मिश्रण पतला होना चाहिए (घेवर बनाते समय मिश्रण चम्मच से आसानी से निकल जाए)।
अब एक स्टील या एल्यूमीनियम का बर्तन लें, जिसकी लंबाई कम से कम 12 इंच और पांच-छह इंच मोटाई होनी चाहिए। अब आधे बर्तन को घी से भरकर गर्म कर लें। जब घी में से धुएं निकलना शुरू हो जाएं, तो 50 मि. ली ग्लास में एक पतली धार की तरह मिश्रण भरकर बर्तन के बीच में डालें।
अब इस मिश्रण को सही से जमने दें। जब तक मिश्रण जम रहा है तब तक एक और ग्लास मिश्रण का बर्तन में गोल घूमा कर किनारों में डालें। घेवर बर्तन के किनारे छोड़ देगा और उसमें बीच में छोटे-छोटे छेद दिखने लगे, तो उसे ध्यान से निकाल कर तार की छलनी पर रख दें।
चाशनी को एक खुले बर्तन में रखें। अब घेवर को गर्म चाशनी में डुबोकर बाहर निकाल लें। घेवर से ज्यादा चाशनी निकालने के लिए उसे तार पर रख दें। ठंडा होने पर घेवर के ऊपरी भाग पर सिल्वर फॉइल लगा लें। इस पर केसर की थोड़ी-सी छींट दें, कटे हुए ड्राई फ्रूट्स और कुछ चुटकी इलायची पाउडर डालकर सर्व करें। आप इस घेवर को रबड़ी के साथ भी परोस सकते हैं।