राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में इजाफा होने के साथ ही कंटेनमेंट जोन की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। इसमें सुखद बात यह है कि इस सबके बावजूद कोरोना संक्रमित मरीजों के ठीक होने की दर 80 फीसद के करीब पहुंच चुकी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, दिल्ली में कंटेनमेंट (हॉटस्पॉट) जोन की संख्या लगातार बढ़ रही है। दिल्ली सरकार की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, राजधानी दिल्ली में अब तक 773 कंटेनमेंट जोन बन बनाए जा चुके हैं, इसमें 121 को कोरोना मुक्त किया जा चुका है, जबकि 652 अभी सक्रिय हैं।
यहां पर बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने पर दिल्ली में शुरुआती 335 कंटेनमेंट जोन बनने में 85 दिन का समय लगा था, जबकि पिछले 15 दिनों में 231 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छोटे-छोटे स्थानों को कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा रहा है। इस वजह से इनकी संख्या बढ़ रही है। इसमें अब पूरी गली को सील करने के जगह संक्रमित के घर के साथ ही आसपास के तीन से चार घरों को सील किया जाता है।
हालात को देखते हुए फिलहाल किसी अपार्टमेंट में कोरोना मरीज मिलने पर उस ब्लॉक के केवल एक फ्लोर को ही सील किया जा रहा है। इससे अधिक आबादी प्रभावित नहीं होती है और जोन की मॉनीट¨रग भी बेहतर तरीके से हो पाती है। पहले एक भी केस आने पर लंबे समय तक आसपास की बड़ी आबादी को परेशान होना पड़ता था। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर गठित डॉ वीके पॉल समिति ने ने भी कंटेनमेंट जोन को दोबारा निर्धारित कर बेहतर मॉनीटरिंग के लिए कदम उठाने की सिफारिश की थी। इसके बाद सभी जिलों में कंटेनमेंट जोन की समीक्षा कर इन्हें नए सिरे से बनाया गया था।