आज के इस दौर में जहां लोग एक-दूसरे से जुड़े रहने के लिए जहां फेसबुक का प्रयोग करते हैं वहीं इसने कईयों की जिंदगी भी खुशियों से भर दी। ताजा मामला बिहार के बेगूसराय जिले का है जहां फेसबुक की मदद से एक व्यक्ति ने एक जरूरतमंद लड़की की शादी के लिए मदद की गुहार लगाई। पोस्ट देखने के बाद लोगों से जो भी बन पड़ा, उस लड़की के लिए बढ़ा दिया। इस तरह जनसहयोग से लड़की की शादी की तैयारी हो गई।
मामला जयमंगलागढ़ सिद्ध पीठ देवी मां के मंदिर व प्रसिद़ध कांवर झील के पास का है। मंदिर के निकट स्थित महादलित टोले में कई परिवार ऐसे हैं जो अपना जीवन किसी तरह व्यतीत कर रहे हैं। जयमंगलागढ़ में ही माता के मंदिर के बाहर फूल बेचकर अपना व अपने परिवार का गुजार चलाने वाले मिथुन की छह बहनें हैं। उसमें दो बहनों की शादी एक ही दिन दो जुलाई को तय हुई। चूंकि एक बहन की शादी की बात चल रही थी और थोड़ा-थोड़ा करके शादी के खर्चे के लिए रूपए व सामान भी जमा किया जा रहा था, मगर जब एक साथ दो बहनों के लिए माकूल रिश्ता मिल गया तो एक ही दिन दोनों की शादी की ठान ली पर महामारी के दौरान उनके लिए शादी का सामान जुटाना काफी मुश्किल था।
मिथुन को जिले के ही कुछ सामाजिक युवाओं के बारे में जानकारी मिली जिनसे मदद मिल सकती थी, तो वे उन युवाओं के पास पहुंच गए। युवाओं ने मिथुन से सारी जानकारी लेकर मदद का वादा किया। इसके बाद युवाओं की टीम में शामिल अमित जायसवाल ने फेसबुक पर एक पोस्ट के माध्यम से जरूरतमंद लड़की की शादी के लिए मदद की गुहार लगाई। पोस्ट देखने के बाद बेगूसराय जिले के सामाजिक लोगों ने अपने अपने स्तर से जो भी बन पड़ा उस लड़की के लिए मदद का हाथ बढ़ा दिया। इसके बाद एक के बाद कई लोगों ने तरह-तरह से मदद की।
जिले भर से मिलने लगी मदद
साड़ी व्यवसायी निखिल ने दुल्हन के लिए 11 शादी की साड़ी, दूल्हे के लिए कपड़ा और बैग दिया। वहीं, किशन गुप्ता ने आयरन, पंखा और कूकर, कुंदन गुप्ता ने दो साड़ी, अन्नू कुमारी ने मिक्सी, संदीप कुमार ने स्टील के बर्तन, साड़ी, श्रृंगार का समान, पायल व बिछिया, सुशील कुमार ने साड़ी दी। कई अन्य लोगों ने आर्थिक रूप से पूजा की शादी में योगदान दिया। इस तरह से शादी की पूरी तैयारी हो गई और आज परेशान गरीब भाई की बहन की शादी का सामान जुटाकर युवाओं ने डोली सजवा दी जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया।
लड़की के भाई ने जताया आभार
अपनी दो बहनों की शादी के लिए गुहार लगाए भाई को जब जिले भर से मदद मिलनी शुरू हुई तो उसकी आंखाें से खुशी के आंसू छलक पड़े। उसने भावुक होते हुए कहा कि मुझे कतई उम्मीद नहीं थी कि एक साथ दो बहनों की शादी के लिए इतना सामान एक साथ मिल जाएगा और मेरे बहनों की डोली इतने अच्छे से सज पाएगी। उसने कहा दुनिया में आज भी अच्छे लोगों की कमी नहीं है। मदद किए लोगों का उसने बहुत आभार जताया।