अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि महात्मा गांधी की मूर्ति को अज्ञात लोगों द्वारा विरूपित किया जाना अपमानजनक है। दरअसल, कुछ दिनों पहले अमेरिका में अफ्रीकी-अमेरिकन अश्वेत व्यक्ति जॉर्ज फ्लॉयड की पुलिस हिरासत में मौत के बाद हिंसक प्रदर्शन हुए। इसी दौरान कुछ प्रदर्शनकारियों ने महात्मा गांधी की मूर्ति पर स्प्रे पेंटिंग करके उसे नुकसान पहुंचाया।
यह घटना वॉशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास के बाहर दो जून और तीन जून की मध्यरात्रि को हुई थी। इसके बाद दूतावास के अधिकारियों ने स्थानीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी। सोमवार को व्हाइट हाउस में टिप्पणी के दौरान ट्रंप ने घटना को अपमानजनक बताया।
भारतीय दूतावास ने मामले की शुरुआती जांच के लिए अमेरिकी विदेश विभाग के साथ-साथ मेट्रोपॉलिटन पुलिस और नेशनल पार्क सर्विस के समक्ष इसे उठाया है।
मूर्ति की शीघ्र बहाली को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग, मेट्रोपॉलिटन पुलिस और राष्ट्रीय उद्यान सेवा मिलकर काम कर रहे हैं। यह भी पढ़ें- विरोध प्रदर्शनों के बीच महात्मा गांधी की प्रतिमा को पहुंचाया नुकसान, अमेरिका ने मांगी माफी
फरवरी में भारत यात्रा के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ने गुजरात के अहमदाबाद में स्थित गांधी आश्रम में कुछ वक्त बिताया था।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें इस ऐतिहासिक स्थल का दौरा करवाया था। इसके अलावा ट्रंप और मेलानिया ने नई दिल्ली में राजघाट पर बापू की समाधि स्थली पर जाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी थी।
पिछले हफ्ते शीर्ष अमेरिकी सांसदों और ट्रंप अभियान ने मूर्ति के विरूपित करने की घटना की निंदा की थी। ट्रंप विजय वित्त समितियों के राष्ट्रीय अध्यक्ष किंबर्ली गिलफॉयल ने ट्वीट कर कहा था, ‘बहुत निराशाजनक।’
वहीं वॉशिंगटन डीसी में उत्तरी कैरोलिना के सांसद टॉम टिलिस ने कहा, ‘गांधी प्रतिमा को विरूपित करना शर्मनाक है।’ उन्होंने कहा कि गांधी शांतिपूर्ण विरोध के अग्रणी थे।
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