बर्रा-5 स्थित एक मकान में बुधवार की दोपहर अचानक भीषण आग लग गई, तेज लपटों के बीच परिवार फंस गया और बाहर निकलने के लिए चीख पुकार शुरू कर दी। आग की तेज लपटें देखकर इलाकाई लोग एकत्र हो गए और किसी तरह आग पर काबू पाया। मकान के अंदर से चार लोगों को बाहर निकालकर अस्पताल भिजवाया। आग में झुलसे परिवार के सदस्यों की हालत गंभीर बताई जा रही है।
बर्रा-5 निवासी नरेंद्र खरे गोविंद नगर स्थित गद्दे की दुकान में काम करते है। परिवार में पत्नी कम्मो, बेटा रवि, बहू स्वाति और दो पौत्र 5 वर्षीय धैर्य व दो वर्षीय स्वरित है। उनका बेटा रवि पेट्रोल पंप पर काम करता है। बुधवार सुबह नरेंद्र काम पर गए थे और बड़ा पौत्र धैर्य स्कूल गया था। छोटे बेटे स्वरित की तबीयत खराब होने के कारण रवि घर पर था। दोपहर में घर में शार्ट सर्किट से आग लग गई। देखते ही देखते तेज लपटों ने गृहस्थी के सामान को चपेट में ले लिया और आग विकराल हो गई।
घर में रवि, उनकी पत्नी स्वाति, मां कम्मो और बेटा स्वरित आग में फंस गए और शोर मचाने लगे। रवि ने उन्हें बाहर निकालने का प्रयास किया लेकिन आग की वजह से नहीं निकल पाए। चीख पुकार सुनकर और आग की लपटें देखकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे। पुलिस और दमकल को सूचना देने के बाद पड़ोसियों ने सबमर्सिबल पंप चालू करके आग बुझाई।
आग की चपेट में आने से कम्मो, स्वाति, रवि और स्वरित झुलस गए। आनन-फानन में सभी को हैलट अस्पताल ले गए। डॉक्टरों ने स्वरित, कम्मो और रवि की हालत नाजुक बताई है। थाना प्रभारी रवि सिंह ने बताया कि शार्ट सर्किट की वजह से घर में आग लगी थी, जिसमें एक परिवार के चार सदस्य झुलस गए है। सभी को उपचार के लिए भर्ती कराया गया है।