नई दिल्ली 8 नवंबर को नोटबंदी लागू करने पर केन्द्र सरकार ने दलील दी थी कि इस कदम से ब्लैकमनी और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगा। लेकिन ऐसा होता न देख पूरी कवायद को कैशलेस इकोनॉमी बनाने के प्रयास पर पेश कर दिया गया।
अब खबरें आ रही हैं कि देश में साइबर खतरे के मद्देनजर सरकार डेबिट और क्रेडिट कार्ड पर भी रोक लगा सकती है। कई सारे हैकर्स की नजर इस समय भारत पर है क्योंकि भारत में नोटबंदी के बाद कार्ड पेंमेंट ज्यादा हो रही है।
वहीं, एक झटके में देशभर से डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल में बड़ा इजाफा दर्ज होने लगा। लेकिन यही आंकड़े कहते हैं कि डेबिट कार्ड के इस्तेमाल में बीते एक महीने के दौरान आई तेजी सिर्फ एटीएम से कैश निकालने की वजह से है।
इन्हीं आंकड़ों को देखकर रिजर्व बैंक की पहल पर देश के सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने ग्राहकों को कार्ड के जरिए ट्रांजैक्शन करने के लिए भी प्रेरित किया है। कार्ड के बढ़ते प्रचलन को देखते हुए सरकारी और प्राइवेट बैंकों ने बड़ी संख्या में नए कार्ड को बनवाने का ऑर्डर भी दे दिया है।