महाराष्ट्र के बाढ़ प्रभावित सांगली जिले में महिलाओं और लड़कियों ने सोमवार को एनडीआरएफ कर्मचारियों के हाथों पर राखी बांधी। गौरतलब है कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के शिरोली गांव में बाढ़ की स्थिति है। राहत अभियान जारी है। कोल्हापुर क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण संपत्ति को नुकसान पहुंचा है।
उधर, महाराष्ट्र में बाढ़ग्रस्त कोल्हापुर व सांगली में शनिवार को स्थिति सुधरने लगी। डूबे इलाकों से पानी घटने लगा है। वहीं, सांगली जिले के ब्रहमनाल गांव में बाढ़ राहत के दौरान नाव पलटने से मरने वालों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। शनिवार को तीन और शव मिले। नाव में 18 लोग सवार थे, इनमें से नौ की डूबने से पहले ही मौत हो गई थी। बाकी लापता थे। छह लापता की तलाश जारी है। राज्य में बाढ़ के कारण 29 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस बीच, राहत सामग्री पर फोटो लगाए जाने से महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडनवीस विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं। कोल्हापुर में बांटे जा रहे चावल व आटे के पैकेटों पर महाराष्ट्र सरकार अगस्त, 2019 के बाढ़ पी़ड़ितों के लिए मुफ्त संदेश लिखे स्टीकर और फडनवीस व इचलकरंजी के भाजपा विधायक सुरेश हलवंकर के फोटो चस्पा हैं। राकांपा व अन्य विपक्षी दलों ने इसकी कड़ी आलोचना की है।
सीएम फडनवीस ने बयान जारी कर स्पष्ट किया है कि राहत सामग्री पर फोटो चस्पा करने की कोई जरूरत नहीं थी। किसी को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। महाराष्ट्र के शिरडी स्थित श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में बाढ़ राहत के लिए 10 करोड़ रुपयेे देने की घोषणा की है। ट्रस्ट के अध्यक्ष सुरेश हवारे ने कहा कि यह राशि मुख्यमंत्री राहत कोष में दी जाएगी।