लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने गुरुवार को सरकार के अनुरोध पर मौजूदा लोकसभा का पहला सत्र सात अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अध्यक्ष से सदन की कार्यवाही को बढ़ाने का अनुरोध किया ताकि 20 से अधिक लंबित विधेयकों को पारित किया जा सके। इसके बाद बिरला ने सत्र बढ़ाए जाने का ऐलान किया। 17वीं लोकसभा का पहला सत्र 17 जून को सदस्यों द्वारा शपथ ग्रहण के साथ शुरू हुआ और 26 जुलाई को इसका समापन होना था।
बीजेपी के संसदीय दल की बैठक के दो दिन बाद सरकार का अनुरोध आया, जिसके बाद संसद की कार्यवाही को आगे बढ़ाने का निर्णय लिया गया। लोकसभा में तीन तलाक विरोधी विधेयक पारित होने के बाद संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि अभी 17 विधेयक लंबित हैं, इसलिए हम चाहते हैं कि सत्र सात अगस्त तक बढ़ाया जाए। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि सत्र सात अगस्त, 2019 तक के लिए बढ़ाया जाता है। सूत्रों ने कहा कि यह निर्णय राजनीतिक मामलों संबंधी मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में लिया गया।
बैठक 23 जुलाई को आयोजित की गई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी शामिल हुए थे। बुधवार को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक के बारे में जानकारी देने के दौरान इस बारे में पूछे जाने पर सूचना प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा था कि विपक्ष हमेशा से यह मांग करता रहा है कि संसद की बैठक के दिन अधिक होने चाहिए। उन्होंने बताया था कि विपक्षी दल हमेशा चाहते थे कि संसद की बैठक वर्ष में 100 दिन होनी चाहिए। उन्होंने कहा था, “अब हम यह करने जा रहे हैं.” यह सत्र 17 जून से शुरू हुआ था और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार इसे 26 जुलाई तक चलना था।