कर्नाटक में चल रही सियासी उठा-पटक के बीच कांग्रेस ने अपने बागी विधायकों को चेताया है। कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार ने कहा है कि अगर विधायकों ने विश्वास मत के पक्ष में वोट नहीं दिया तो उनकी सदस्यता खत्म हो जाएगी। हालांकि उन्होंने यह विश्वास भी जताया है कि उनके विधायक सरकार को बचाने में पार्टी का पूरा साथ देंगे।
उन्होंने आगे कहा कि मुझे अपने विधायकों पर पूरा विश्वास है। उनको कांग्रेस पार्टी से चुना गया है और वो बहुत समय से पार्टी में हैं। चुनावों में उन्होंने अपने क्षेत्र से शेर की तरह लड़ाई लड़ी है।
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे पांच बागी विधायक
कर्नाटक विधानसभा अध्यक्ष (स्पीकर) द्वारा इस्तीफे स्वीकार नहीं किए जाने के खिलाफ कांग्रेस-जदएस गठबंधन के पांच और बागी विधायक आनंद सिंह, के. सुधाकर, एमटीबी नागराज, मुनिरत्न और रोशन बेग सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। उन्होंने कोर्ट में पहले से दायर 10 अन्य बागी विधायकों की याचिका में उन्हें भी पक्षकार बनाने की मांग की है। उनकी अर्जी पर मंगलवार को सुनवाई होनी है। वहीं, सरकार से समर्थन वापस लेकर भाजपा के पाले में चले गए दोनों निर्दलीय विधायकों एच. नागेश और आर. शंकर ने विस अध्यक्ष को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि सदन में उनके बैठने का प्रबंध विपक्षी सदस्यों के साथ किया जाए। विस का मानसून सत्र शुक्रवार से शुरू हुआ है और मुंबई में होने की वजह से दोनों विधायक पहले दिन सदन से अनुपस्थित थे।
येद्दयुरप्पा की मांग, सोमवार को विश्वास मत हासिल करें सीएम
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येद्दयुरप्पा ने शनिवार को कहा, मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को सोमवार को ही विश्वास मत हासिल करना चाहिए। वह कार्यमंत्रणा समिति में इस बारे में सुझाव देंगे।
एक बागी विधायक ने दिए इस्तीफा वापस लेने के संकेत
मुख्यमंत्री कुमारस्वामी की ओर से विश्वास प्रस्ताव पेश करने की घोषणा के बाद कांग्रेस ने बागी विधायकों को मनाने की कोशिशें तेज कर दी हैं। एक विधायक एमटीबी नागराज ने इस्तीफा वापसी के संकेत देते हुए कहा, पूर्व मुख्यमंत्री सिद्दरमैया और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दिनेश गुंडू राव ने उनसे इस्तीफा वापस लेने का अनुरोध किया है। वह इस बारे में विधायक के. सुधाकर से भी बात करेंगे।
नागराज के घर पहुंचे कांग्रेस नेता शिवकुमार
दरअसल, सरकार के संकटमोचक माने जाने वाले कांग्रेस नेता और राज्य के जल संसाधन मंत्री डीके शिवकुमार शनिवार सुबह पांच बजे ही नागराज घर पहुंच गए थे। वह वहां करीब साढ़े चार घंटे रहे। उसके बाद उपमुख्यमंत्री जी. परमेश्वर भी उन्हें मनाने पहुंचे थे। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी भी चार बागी विधायकों को मनाने में जुटे है