अमरनाथ यात्रा 2019 रविवार से आरंभ हो गई है. जम्मू बेस कैंप से आज तड़के अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था रवाना हो गया है. जय बम भोले के नारों के बीच भक्त बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए रवाना हुए. जम्मू कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक के सलाहकार के के शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर जत्थे को रवाना किया.
अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया है कि अब तक देश भर से लगभग डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने 46 दिन चलने वाली यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है. यह यात्रा अनंतनाग जिले के 36 किमी लंबे पारंपरिक पहलगाम मार्ग और गांदेरबल जिल के 14 किमी लंबे बालटाल मार्ग से होकर गुजरती है. पहले जत्थे में साधुओं सहित अन्य श्रद्धालु शामिल हैं. जम्मू के मंडल आयुक्त संजीव वर्मा ने कहा कि तीर्थयात्रियों की सुविधा और यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा सहित सभी आवश्यक प्रबंध किए गए हैं. यात्रा 15 अगस्त को संपन्न होगी.
जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एम. के. सिन्हा ने कहा कि खतरे की आशंका को देखते हुए यात्रा मार्ग पर लखनपुर (जम्मू-कश्मीर के लिए प्रवेश द्वार) से लेकर आधार शिविरों, आश्रय केंद्रों, ठहराव स्थानों और सामुदायिक किचन स्थानों पर उचित सुरक्षा प्रबंध किए गए हैं. उन्होंने कहा है कि यात्रा को अवरोधित करने की आतंकवादियों की किसी योजना को लेकर खुफिया जानकारी नहीं मिली है, किन्तु राज्य के वर्तमान सुरक्षा परिदृश्य के मद्देनज़र राष्ट्र विरोधी तत्वों के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं.