अपना ऑपरेटिंग सिस्टम चीन की स्मार्टफोन निर्माता कंपनी हुवावे ने अमेरिका में बैन होने और गूगल का सपोर्ट बंद होने के बाद लॉन्च करने का फैसला किया है. हुवावे ने अपने ओएस Hongmeng के ट्रेडमार्क के लिए आवेदन दिया है. कंपनी ने यह फैसला पिछले महीने अमेरिकी सरकार द्वारा बैन किए जाने के बाद लिया है. हुवावे पर अमेरिकी नागरिकों की जासूसी का आरोप है.
ट्रेडमार्क के लिए हुवावे ने अपने ऑपरेटिंग सिस्टम हॉन्गमेंग के कंबोडिया, कनाडा, साउथ अफ्रीका, न्यूजीलैंड जैसे देशों में आवेदन किया है. इसकी जानकारी U.N. विश्व बौद्धिक संपदा संगठन (WIPO) ने दी है. उपरोक्त देशों के अलावा कंपनी ने 27 मई 2019 को पेरू में इसके लिए आवेदन किया है. विश्व बौद्धिक संपदा संगठन में हुवावे द्वारा दिए गए आवदेन के मुताबिक हुवावे अपने ओएस Hongmeng का इस्तेमाल स्मार्टफोन, कंप्यूटर्स, रोबोट, कार और टीवी में करेगी. चीन में कंपनी ने पिछले साल अगस्त में ही अपने ओपरेटिंग सिस्टम के लिए आवेदन किया था.
हुवावे दुनिया का दूसरी सबसे बड़ी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी है.हुवावे को अमेरिका ने जासूसी के आरोप में ब्लैकलिस्ट करके एनटिटी लिस्ट में डाल दिया गया था. इस लिस्ट में जाने के बाद कंपनियों को पास अमेरिकी कंपनियों से बिजनेस करने का लाइसेंस नहीं रह जाता है. यह मामला पिछले साल दिसंबर से ही चल रहा है. अमेरिका ने कहा है कि हुवावे की मदद से चीन उनकी जासूसी कर सकता है, हुवावे का कहना है कि उसकी भी डिवाइस से किसी भी प्रकार का को खतरा नहीं है औ वह अमेरिकी लोगों की जासूसी नहीं करती है, हुवावे ने यह भी कहा है कि वह बातचीत के जरिए मामले को सुलझाने के लिए तैयार है.