अधिक पैदावार के फेर में हाईब्रीड धान की बीजों का प्रचलन बढ़ गया है। जिसकी वजह से नगपुरिया, कनकजीर, सीता सुंदरी, सेरा-साठी व कलमदान जैसी धान की एक दर्जन से ज्यादा परंपरागत किस्में विलुप्त हो चुकी हैं, या विलुप्त होने की कगार पर हैं। धान की ये किस्में न सिर्फ खाने में खास स्वाद और सुगंध के लिए जानी जाती थीं। बल्कि, इनमें शरीर को प्रतिरक्षण क्षमता प्रदान करने के नैर्सिगक गुण भी थे।