बिहार में मोदी की आंधी ऐसी चली कि महागठबंधन हवा हो गया और एनडीए ने 40 में से 39 सीटें जीत कर इतिहास रच दिया. आरजेडी, कांग्रेस, रालोसपा, हम, वीआईपी और सीपीआईएम के गठबंधन को केवल एक सीट, किशनगंज से संतोष करना पड़ा. सन 1997 में आरजेडी की स्थापना के बाद ऐसा पहली बार हुआ है, जब लालू प्रसाद यादव की पार्टी लोकसभा चुनाव में खाता भी नहीं खोल सकी.