Lok Sabha Election 2019 के लिए प्रचार जोरों पर है। पीएम नरेंद्र मोदी भी अपनी पार्टी के लिए प्रचार में व्यस्त हैं। इस व्यस्त कार्यक्रम के बीच भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय कुमार के साथ इंटरव्यू के लिए वक्त निकाल लिया। PM Narendra Modi का यह इंटरव्यू उनके द्वारा पिछले कुछ समय में विभन्न चैनलों को दिए गए इंटरव्यू से अलग है। यहां उन्होंने खुलकर अपनी निजी जिंदगी के बारे में बात की। पीएम मोदी ने इस इंटरव्यू में अपने डर के बारे में भी बात की।
शब्दों से खेलना है पसंद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अक्षय कुमार से साथ बातचीत में अपने डर के बारे में भी खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि वो बचपन से ही ऐसे थे कि अपने शब्दों से सारे माहौल को हल्का कर देते थे। उन्होंने कहा, ‘कभी पिताजी नाराज हो जाते या कुछ और बात होती तो मैं हमेशा माहौल को एक-आध मिनट में हल्का कर देता था। आज भी मुझे ऐसा करने में मजा आता है, शब्दों से खेलना अच्छा लगता है।’
पीएम मोदी का सबसे बड़ा डर
पीएम मोदी ने कहा, ‘मुझे आज भी शब्दों से खेलना अच्छा लगता है, लेकिन अब क्या हो गया है कि हर चीज के अलग अर्थ निकाले जाते हैं। आधा-अधूरा वाक्य निकालकर उछाल दिया जाता है। अब डर लगता है। इरादा वह नहीं होता है, हंसी-मजाक, कहावत सब होना चाहिए, लेकिन अब दुरुपयोग हो जाता है तो डर लगता है।’
सोशल मीडिया नहीं टीआरपी है डर की वजह
अक्षय कुमार ने जब पीएम मोदी के डर के लिए सोशल मीडिया को जिम्मेदार ठहराने की कोशिश की तो उन्होंने तुरंत कहा- ‘सोशल मीडिया की बजाय परेशानी टीआरपी वाले करते हैं।’
कैबिनेट मीटिंग में भी हंसी-मजाक
पीएम मोदी ने कहा, ‘मेरी कैबिनेट मीटिंग का प्रिव्यू होता है। मेरे जो जूनियर अफसर हैं… वैसे वो संकोच करते हैं, क्योंकि पीएम का एक औरा बना हुआ है दुनिया में वो तो अलग है। मैंने वो औरा रखा नहीं है, मैं दोस्ताना रखता हूं। मैं लोगों को चुटकुला सुनाता रहता हूं।’