लोकसभा चुनावों से पहले गुजरात के अहमदाबाद में आज से होने जा रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (सीडब्ल्यूसी) की बैठक में एनडीए-भाजपा सरकार द्वारा लागू की गई नोटबंदी पर खास चर्चा होगी। चुनाव प्रचार में प्रभावी तरीके से लोगों को यह बताया जाएगा कि पीएम नरेंद्र मोदी के फैसले से अर्थव्यवस्था किस तरह का नुकसान पहुंचा। इस प्रस्ताव को फाइनल मंजूरी के लिए सीडब्ल्यूसी के समक्ष रखा जाएगा। इसके अलावा जीएसटी, किसानों की दयनीय स्थिति और बेरोजगारी जैसे मुद्दे भी सीडब्ल्यूसी बैठक के मुख्य एजेंडे में शामिल हैं।
वहीं कांग्रेस कार्यकारी समिति की होने वाली बैठक से एक दिन पहले जामनगर (ग्रामीण) से कांग्रेस विधायक वल्लभ धारविया इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हो गए। पिछले चार दिनों में वे तीसरे कांग्रेस विधायक हैं जिन्होंने भाजपा का हाथ थामा है।
वर्ष 2017 में हुए विधानसभा चुनाव के बाद कुल पांच कांग्रेस विधायक ऐसा कर चुके हैं, जबकि एक को हाल में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। ऐसे में कांग्रेस के विधायकों की संख्या 77 से घटकर 71 रह गई है।उधर, अवैध खनन मामले में जूनागढ़ की स्थानीय अदालत द्वारा दो साल कैद की सजा सुनाए जाने पर कांग्रेस विधायक भगवान बराड़ को गत 5 मार्च को अयोग्य घोषित किए जाने के मामले में पार्टी के नेताओं ने चुनाव आयुक्त से मुलाकात की।
कांग्रेस नेता अर्जुन मोढ़वाड़िया ने पत्रकारों को बताया कि एक स्थानीय अदालत ने बराड़ की सजा पर रोक लगा दी है। इसकी जानकारी चुनाव आयोग और विधानसभा अध्यक्ष को दे दी गई है।
हार्दिक पटेल कांग्रेस में होंगे शामिल
पाटीदार नेता हार्दिक पटेल भी आज कांग्रेस में शामिल होंगे। बीते काफी दिनों से इसकी अटकलें थी, लेकिन अब ये तय हो गया है। हार्दिक पटेल कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि हार्दिक जामनगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
कांग्रेस आज पीएम व भाजपा अध्यक्ष के गृह राज्य से फूंकेगी चुनावी बिगुल
कांग्रेस मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के गृह राज्य गुजरात से चुनावी बिगुल फूंकेगी। अहमदाबाद में होने जा रही कांग्रेस कार्यकारी समिति की बैठक में लोकसभा चुनावों के लिए पार्टी की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। गुजरात में पार्टी की इस सर्वोच्च इकाई की बैठक 58 साल बाद हो रही है। इससे पहले वर्ष 1961 में भावनगर में बैठक हुई थी।
बैठक गुजरात में क्यों…
कांग्रेस सूत्रों के अनुसार बैठक के लिए गुजरात इसलिए चुना गया क्योंकि पार्टी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की भूमि से पूरे देश को मजबूत राजनीतिक संदेश देना चाहती है। अहमदाबाद के सरदार वल्लभ भाई पटेल नेशनल मेमोरियल थिएटर में बैठक शुरू होने से पहले पार्टी के शीर्ष नेता साबरमती गांधी आश्रम में प्रार्थना सभा में भाग लेंगे।
महासचिव बनने के बाद पहली सभा में बोलेंगी प्रियंका
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी आएंगी। वे बैठक के बाद यहां गांधीनगर के अदलाज में आयोजित जनसभा को भी संबोधित करेंगी। सक्रिय राजनीति में आने के बाद यह पहली जनसभा होगी, जिसमें वे संबोधित करेंगी। इस दौरान सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह भी उपस्थित रहेंगे। सभा में पाटीदार आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल कांग्रेस में शामिल होंगे।
नोटबंदी प्रमुख मुद्दा रहेगा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश का कहना है कि बैठक में नोटबंदी और बैंकिंग सेक्टर पर मोदी सरकार का प्रहार, यह सबसे प्रमुख मुद्दा रहेगा। नोटबंदी का नकारात्मक प्रभाव समाज के किन लोगों पर पड़ा है, आरबीआई को बर्बाद करने की साजिश और नोटबंदी जैसे बड़े घोटाले की मदद से सरकार में बैठे लोगों ने किस तरह से फायदा उठाया, इन सब बातों को सिलसिलेवार तरीके से बैठक में रखा जाएगा।
उन्होंने कहा, कांग्रेस पार्टी को सत्ता मिलती है तो आरबीआई की पूर्ण स्वायत्तता और स्वतंत्रता को दोबारा से वापस लाया जाएगा, इस मसले पर पार्टी से जुड़े अर्थशास्त्रियों ने एक विस्तृत ड्राफ्ट तैयार किया है, इसे भी मंजूरी के लिए सीडब्ल्यूसी में रखे जाने की योजना है। साथ ही देश में पिछले पांच साल में बेरोजगारी ने जो विकराल रूप धारण किया है, चुनाव प्रचार में लोगों को यह जानकारी दी जाए, यह भी सीडब्ल्यूसी के एजेंडे में शामिल है।
कांग्रेस नेता के अनुसार, मोदी सरकार ने राफेल सौदे में बड़ा घोटाला किया है। इस मुद्दे को कांग्रेस पार्टी अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर जनता के बीच ले जाएगी। साथ ही संवैधानिक संस्थाओं के साथ मोदी सरकार ने जो खिलवाड़ किया है, इस पर भी विशेष चर्चा होगी। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पिछले पांच साल में देश की अर्थव्यवस्था पर एक विशेष रिपोर्ट कार्य समिति के सामने रख सकते हैं।
कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 12 मार्च को अहमदाबाद में होने के पीछे यह तर्क दिया गया है कि महात्मा गांधी ने 1930 में इसी दिन अपनी ऐतिहासिक दांडी यात्रा शुरू की थी। सीडब्ल्यूसी की बैठक इससे पहले 1961 में गुजरात में आयोजित की गई थी।