भारतीय वायु सेना की कार्रवाई में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए है. वहीं भारतीय वायु सेना के प्रमुख बीएस धनोआ पहले ही एयर स्ट्राइक के बारे में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को जानकारी दे चुके थे.
पुलवामा में सीआरपीएफ काफिले पर हमले के बाद 15 फरवरी को ही वायु सेना प्रमुख धनोआ ने NSA को आतंकी संगठनों के शिविरों पर स्ट्राइक की योजना के बारे में बताया था. सूत्रों ने हमले के लिए बालाकोट को चुने जाने की वजह भी बताई. कहा जा रहा है कि पुलवामा में भारतीय सुरक्षा बलों पर हमले की साजिश पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकियों ने तैयार की थी. बालाकोट में एयर स्ट्राइक की एक दूसरी वजह यह भी रही क्योंकि पाकिस्तान की सेना नियमित तौर पर इस इलाके में आतंकियों को प्रशिक्षित करती है ताकि भारत के खिलाफ हमला किया जा सके.
सूत्रों ने बताया कि बॉर्डर एक्शन टीम (BAT) और पाकिस्तान की सेना आतंकियों को LoC पार करने के लिए बालाकोट में ही प्रशिक्षित करती रहती है. बहरहाल सुरक्षा एजेंसिया इस बात का अंदाजा लगाने में जुटी हुई है कि भारतीय वायु सेना के हमले के बाद कितना नुकसान हुआ है. हालांकि सीमा पर अभी तक पाकिस्तान आर्मी की तरफ से कोई स्पेशल गतिविधि देखने को नहीं मिली है.
इंडियन एयर फोर्स ने मंगलवार तड़के सीमापार पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी गुट जैश-ए-मोहम्मद के ठिकाने को निशाना बनाया. इसमें बड़ी संख्या में आतंकवादी, प्रशिक्षक, शीर्ष कमांडर और जिहादी मारे गए. इस अभियान में मारे गए आतंकियों में जैश प्रमुख मसूद अजहर का बहनोई युसूफ अजहर शामिल है. विदेश सचिव विजय गोखने ने बताया कि विश्वसनीय खुफिया जानकारी मिली थी कि 12 दिन पहले पुलवामा हमले को अंजाम देने के बाद जैश-ए-मोहम्मद भारत में एक और आत्मघाती आतंकी हमला करने की साजिश रच रहा है. उन्होंने कहा कि इस जानकारी के बाद सीमा के दूसरी ओर जैश ए मोहम्मद के सबसे बड़े आतंकी शिविर पर गैर-सैन्य एकतरफा हमले किए गए.