सिद्धू ने मीडिया से बातचीत में कहा था, ”क्या कुछ लोगों की करतूत के लिए पूरे देश को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है?’ ये एक बेहद कायराना हमला था. मैं इस हमले की कड़ी निंदा करता हूं. हिंसा को किसी भी तरीके से जायज नहीं ठहराया जा सकता. जिन्होंने ऐसा किया है, उन्हें इसकी सजा मिलनी ही चाहिए.” इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि भारत व पाकिस्तान के बीच मुद्दों का स्थायी हल खोजने की जरूरत है. उन्होंने कहा था कि इस तरह के लोगों (आतंकवादियों) का कोई देश, धर्म और जाति नहीं होती है. चंद लोगों की वजह से पूरे राष्ट्र (पाकिस्तान) को जिम्मेदार नहीं ठहराया जा सकता.
सिद्धू की इन टिप्पणियों पर लोगों में नाराजगी देखी गई. उन्हें दि कपिल शर्मा शो से उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया है.
फेडरेशन ने कहा, “हम नवजोत सिंह सिद्धू का बायकॉट करते हैं. फेडरेशन उन्हें इंडस्ट्री में काम करने की मूंजरी नहीं देती है. उन्हें देश से हटा देना चाहिए.” फेडरेशन ने नवजोत सिंह सिद्धू को गद्दार बताते हुए कहा कि उन्हें पाकिस्तान भेज देना चाहिए. फेडरेशन ने यह साफ कर दिया है कि फिल्म इंडस्ट्री का कोई भी फिल्ममेकर किसी भी पाक कलाकार को अब अपनी फिल्म में काम नही देगा.
“किसी म्यूजिक कंपनी में पाकिस्तानी सिंगर्स को काम नहीं दिया जाएगा. अगर किसी भी फिल्ममेकर या म्यूजिक कंपनी ने ऐसा किया और FWICE की बात नही मानी. तो जिस भी फिल्म में पाक कलाकार होंगे, उसकी शूटिंग रोक दी जाएगी और तोड़फोड़ की जाएगा.”
पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए 2 बजे से 4 बजे तक मुंबई के फिल्मसिटी में रविवार को कोई शूटिंग रोकी गई. पूरे फिल्मसिटी को दो घन्टे के लिए बंद किया गया है.
बता दें सोशल मीडिया पर ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने अशोक पंडित (Chief Advisor, FWICE and President, IFTDA) के हवाले से एक ट्वीट करते हुए लिखा था. “आप सभी प्रोड्यूसर, कलाकार, मदजूर और टेक्नीशियन भाइयों से निवेदन है कि बड़ी संख्या में दोपहर 12 बजे फिल्म सिटी के गेट पर उपस्थित रहें.” दादासाहेब फालके चित्रपट नगरी गोरेगांव पूर्व में आयोजित किया गया यह मार्च प्रेसीडेंट बी.एन.तिवारी, जनरल सेक्रेटरी अशोक दुबे और ट्रेजरर गंगेश्वरलाल श्रीवास्तव द्वारा बुलाया गया है.
मालूम हो कि कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकवादी हमले में सीआरपीएफ के 40 जवानों ने जान गंवा दी थी. विस्फोटकों से भरी एक एसयूवी कार ने जवानों के एक काफिले में टक्कर मार दी जिसमें कई भारतीय जवान शहीद हो गए और तमाम जख्मी हुए. इस घटना के बाद से देश भर में आक्रोश है. जगह-जगह कैंडल मार्च का आयोजन किया जा रहा है.