अगस्ता वेस्टलैंड सौदे के बिचौलिए क्रिश्चियन मिशेल ने एक बार फिर डील को लेकर कई बातें सामने रखी हैं. मिशेल इस समय दुबई की जेल में बंद है और उसका जेल से ये पहला इंटरव्यू है.
इंडिया टुडे से बात करते हुए क्रिश्चियन मिशेल ने कहा कि वह अपने पिछले बयान पर कायम है, इस डील में यूपीए सरकार की लीडरशिप शामिल नहीं थी. मिशेल ने कहा कि उसे एक डील साइन करने के लिए कहा गया था जिसमें कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ बातें थीं, इस डील को उसने ठुकरा दिया.
मिशेल ने कहा कि इस डील को लेकर जो भी मुद्दा बनाया जा रहा है वह पूरी तरह से राजनीतिक है. इस डील में दो अन्य बिचौलिए भी थे, लेकिन भारत सरकार ने फिर क्यों एक व्यक्ति Guido Haschke से इंटरपोल का रेड कॉर्नर नोटिस हटवाया.
उसने दावा किया कि भारतीय प्रधानमंत्री ने इटली के पूर्व प्रधानमंत्री के साथ डील की, जिसके बाद Guido Haschke का नाम रेड कॉर्नर नोटिस से हटाया गया. उसने कहा कि यहां पर उसे अपनी सुरक्षा की चिंता है, उसने इस बारे में ब्रिटिश एम्बेसी से बात भी की है.
‘भारत में ट्रायल को तैयार’
मिशेल ने कहा कि वह जांच के लिए भारतीय एजेंसियों का सहयोग करने के लिए तैयार है, मैं किसी प्रकार का झूठ नहीं बोलूंगा. उम्मीद है कि मुझ पर किसी प्रकार का कोई दबाव नहीं बनाया जाएगा. उसने ये भी कहा कि वह भारत में किसी भी प्रकार के ट्रायल के लिए तैयार है. मेरे पास वापस इंग्लैंड जाने का मौका था, लेकिन मैं नहीं गया.
गौरतलब है कि ये डील अगस्ता वेस्टलैंड कंपनी द्वारा खरीदे गए हेलिकॉप्टर से जुड़ी है. इसका खुलासा 2013-14 में हुआ था, जब कई नेता और अधिकारियों पर घूस लेने का आरोप लगा था.